पुष्पा सिंघी, कटक
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य तपस्वी डा.मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी, डा.मुनि श्री विमलेश कुमार जी एवम् मुनि श्री पदम कुमार जी के सान्निध्य में श्री भक्तामर स्तोत्र मंत्र शक्ति संकट निवारण महा अनुष्ठान आराधना का कार्यक्रम स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया, जो लगभग चार घंटे निरन्तर चला।
डा. मुनि श्री ज्ञानेंद्र कुमार जी के सान्निध्य में लगभग 70 जोड़े (पति-पत्नी, माँ-बेटा, पिता-पुत्री, भाई-बहन आदि) एवम् 72 एकल आराधकों के समूह में भव्य भक्तामर अनुष्ठान यंत्र के साथ महा अनुष्ठान की आराधना की गई। समाज के काफी भाई-बहनों ने इसमें सहभागिता करते हुए इस ऐतिहासिक अनुष्ठान का लाभ लिया।
इस कार्यक्रम के निवेदक श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा, तेरापंथ युवक परिषद व तेरापंथ महिला मंडल ने इस आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की। आयोजन में श्री मनोज जी ललवानी, श्री गजराज जी नाहटा, श्री मनीष जी चिंडालिया, श्री भैरव जी दुगड़, सुश्री निहारिका सिंघी एवम् तेयुप के सक्रिय कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम के प्रायोजक के रूप में शुभकरण, चैनरूप, बच्छराज, विनोद चोरड़िया परिवार, उदासर–कटक का भी विशेष सहयोग रहा। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष श्री मोहनलाल जी सिंघी ने इस महायज्ञ की प्रशंसा करते हुए मुनि श्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। मंच संचालन श्री गजराज जी नाहटा ने किया।