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घटना ने एक नया विवाद को किया खड़ा
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पहले प्रशासन ने कहा था दिन में बाधा को देखते हुए देर रात सर्वे किया गया
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अब दिन में कराये गये सर्वे से बयान पर लगा सवालिया निशान
पुरी. श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना को लेकर उठे विवाद के बीच पुरी में एमार मठ के पास ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सर्वेक्षण मंगलवार को फिर से किया गया. इस बार सर्वे दिन में किया गया, जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया है. हालांकि इससे पहले सर्वे रात में किया गया है, जिससे राजनीनित गरियाले का माहौल गरमा गया था. रात में सर्वे को लेकर पहले जिला प्रशासन ने कहा था कि दिन में बाधा को देखते हुए देर रात सर्वे किया गया. लेकिन, अब मंगलवार को दिन में सर्वे किये जाने से प्रशासन के बयान पर सवालिया निशान लग गया है. सूत्रों के मुताबिक, ओडिशा ब्रिज एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (ओबीसीसी) के इशारे पर आईआईटी गांधीनगर की ओर से जियोकार्टे रडार टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा परियोजना स्थल पर सर्वेक्षण किया जा रहा है. कंपनी के पांच इंजीनियर, आठ कर्मचारी तीन मशीनों से सर्वे कर रहे हैं. संस्थान को पांच दिनों में सर्वे पूरा करने को कहा गया है. अंतिम रिपोर्ट जल्द ही ओबीसीसी को सौंपे जाने की संभावना है. इससे पहले विपक्षी दलों ने शनिवार देर रात में श्री जगन्नाथ मंदिर के आसपास किये गये जीपीआर सर्वेक्षण के लिए राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला था. कॉरिडोर परियोजना से जुड़ा मामला इस समय ओडिशा उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. शनिवार की रात में सर्वे को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्र ने पुरी बीजद सांसद पिनाकी मिश्र पर परियोजना के जीपीआर सर्वेक्षण के बारे में न्यायपालिका और ओडिशा के लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया था.