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विपक्ष ने सत्तारुढ़ दल व राज्य सरकार पर बोला हमला
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संबित पात्र ने बीजद सांसद पिनाकी मिश्र पर साधा निशाना
भुवनेश्वर. श्री जगन्नाथ मंदिर परिक्रमा परियोजना पर रात में जीपीआर सर्वेक्षण को लेकर ओडिशा में राजनीति गरमा गयी है. विपक्षी दलों ने सत्तारुढ़ दल और राज्य सरकार पर जमकर हमाल किया है और रात में सर्वे कराये जाने की जल्दीबाजी पर सवाल उठाये हैं. कांग्रेस और भाजपा ने रात में सर्वे को लेकर पूछा है कि क्या छुपाने का प्रयास चल रहा है. दिन भी सर्वे कराये जा सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्र ने श्री जगन्नाथ मंदिर परिक्रमा परियोजना पर जीपीआर सर्वेक्षण को लेकर बीजद के वरिष्ठ नेता और सांसद पिनाकी मिश्र पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मिश्र न केवल भारत की न्यायिक प्रणाली को, बल्कि ओडिशा और यहां के लोगों को भी गुमराह कर रहे हैं. वरिष्ठ भाजपा नेता संबित पात्र ने पुरी के सांसद पिनाकी मिश्र पर हमला बोलते हुए कहा कि श्री जगन्नाथ मंदिर परिक्रमा परियोजना पर जीपीआर सर्वेक्षण के बारे में बीजद नेता झूठ बोल रहे हैं. शनिवार की देर रात कुछ विशेषज्ञों द्वारा परियोजना स्थल पर गुप्त जीपीआर सर्वेक्षण के संचालन के बारे में आयी खबरों के कुछ घंटों बाद पात्र ने आज सांसद पिनाकी मिश्र द्वारा पहले दिये गये कुछ बयानों पर प्रकाश डाला, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कॉरिडोर परियोजना की जीपीआर गणना की गई थी. उन्होंने कहा कि सांसद पिनाकी मिश्र ने कहावत साबित कर दी है कि ‘झूठ छिपाने के लिए एक हजार झूठ की जरूरत होती है’. हाल ही में पुरी में एमार मठ के परिसर में खुदाई और उत्खनन कार्यों के दौरान शेर जैसी एक विशाल प्राचीन पत्थर की मूर्ति का पता चलने के बाद हमने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सरकार पर परियोजना निर्माण के लिए गहरी खुदाई कार्य करने से पहले मंदिर के चारों ओर जीपीआरएस नहीं करने का आरोप लगाया. हालांकि, सरकार ने अपने द्वारा की गई खामियों को छिपाने के लिए जल्दबाजी में साइट पर खुदाई का काम शुरू कर दिया. पात्र ने अपने बयान में कहा कि लेकिन आश्चर्यजनक रूप से पिनाकी बाबू ने यह कहते हुए ट्वीट किया कि ‘जीपीआरएस विधिवत किया गया था. जीपीआरएस के बिना खुदाई के आरोप निराधार हैं. उन्होंने कहा कि सांसद को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि आईआईटी गांधीनगर की एक टीम रात के अंधेरे में ही परियोजना स्थल पर जीपीआर सर्वेक्षण करने में व्यस्त क्यों पाई गई. पात्र ने कहा कि ओडिशा ब्रिज एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड और एएसआई की एक संयुक्त निरीक्षण टीम ने उच्च न्यायालय को दिये गये अपने हलफनामे में एक स्पष्ट बयान दिया था कि जीपीआर सर्वेक्षण के बिना खुदाई की गई थी. एमपी पिनाकी आप झूठ बोल रहे हैं. भाजपा नेता ने आगे एएसआई से यह स्पष्ट करने का आह्वान किया कि क्या उसे पता है कि पुरी में जीपीआर सर्वेक्षण इस अवैज्ञानिक तरीके से चल रहा है. यदि एएसआई को सर्वेक्षण के बारे में जानकारी नहीं है, तो यह ओडिशा सरकार की ओर से अवैध है. पात्र ने कहा कि इसलिए सांसद पिनाकी को व्यक्तिगत हमले करने के बजाय लोगों के सामने तथ्यात्मक सच्चाई पेश करने की जरूरत है.
गलतियों को छिपाने की कोशिश कर रही बीजद सरकार – अपराजिता षाड़ंगी
भुवनेश्वर की भाजपा सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने कहा कि राज्य के 4.5 करोड़ ओड़िया अब जानते हैं कि ओडिशा सरकार गलती कर रही है और अपनी गलतियों को छिपाने की कोशिश कर रही है. सरकार को डर नहीं है, तो दिन में सर्वे क्यों नहीं कर रही? कोई भी सौंदर्यीकरण के खिलाफ नहीं है.
बीजद नेता ने आरोपों का खंडन किया
बीजद नेता सुलता देव ने श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना के गुप्त जीपीआर सर्वेक्षण के संचालन पर संबित पात्र के आरोपों का खंडन किया और कहा कि जीपीआर सर्वे के संचालन के बाद साइट की डीपीआर एनएमए के समक्ष प्रस्तुत की गई थी. इसलिए भाजपा को पुरी निवासियों को गुमराह करना और विरासत परियोजना का राजनीतिकरण करना बंद कर देना चाहिए.
परियोजना को लेकर मुझसे नहीं ली गयी सलाह – शंकराचार्य
पुरी गोवर्धनपीठ के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानन्द सरस्वतीजी ने कहा कि इस परियोजना के निर्माण कार्य को लेकर प्रशासन को चाहिए था कि वह मुझसे सलाह ले, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि विकास कार्य का सीधा प्रभाव मंदिर पर नहीं पड़े. श्रीमंदिर के भविष्य़ और वर्तमान पर इसका कोई प्रभाव न पड़े, इस पर ध्यान रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कार्य किया जा रहा है, उसका प्रभाव मंदिर पर पड़ सकता है.