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प्रोजेक्ट के ठेकेदार के खिलाफ दर्ज किये मामला
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मामले का शांतिपूर्ण समाधान करने के लिए सपा ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
भुवनेश्वर,कोरापुट जिले की कोटिया ग्राम पंचायत को लेकर ओडिशा एवं आन्ध्र के बीच विवाद कोई नया विवाद नहीं है। विवाद का शांतिपूर्ण ढंग से समाधान करने के लिए दोनों ही प्रदेश की सरकारों ने मुख्य सचिव स्तरीय कमेटी गठन किया हुआ है। बावजूद इसके आन्ध्र प्रदेश की सरकार ओड़िशा पर अपने मनमाने रवैये से बाज नहीं आ रही है। एक दिन पहले आन्ध्र प्रदेश के सरकारी अधिकारी कोरापुट जिले के पटांगी ब्लाक अन्तर्गत कोटिया ग्राम पंचायत के नेरेडीभालसा गांव में ओडिशा सरकार के द्वारा वसुधा योजना के तहत चल रहे पेयजल प्रोजेक्ट कार्य को जबरन बंद करवा दिए हैं। केवल पेयजल प्रोजेक्ट को ही बंद नहीं करवाये हैं बल्कि प्रोजेक्ट का काम करने वाले ठेकेदार के खिलाफ अपने राज्य के पालुर थाना में एक एफआईआर भी दर्ज कराए हैं। ऐसे में मामले का शांतिपूर्ण ढंग से समाधान करने के लिए शुक्रवार को राज्य समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर मांग किया है।
आन्ध्र प्रदेश सरकार के अधिकारियों का यह बर्ताव विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से समाधान करने के प्रयास को बाधित करने वाला है। आन्ध्र प्रदेश के अधिकारियों ने केवल इस पेयजल प्रोजेक्ट के कार्य को ही बंद नहीं करवाया है बल्कि गजपति, गंजाम एवं कोरापुट जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में बारंबार प्रवेश कर ओड़िशा के गावों में जनहित योजनाएं कार्यकारी करने, रास्ता बनाने का भी काम कर रहे हैं। इसे लेकर बीच बीच में संघर्ष की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है।
आन्ध्र प्रदेश एवं ओड़िशा सीमा को लेकर सुप्रीमकोर्ट में भी मामला दर्ज है। बावजूद इसके आन्ध्र की दादागिरी जारी है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे दो राज्यों के बीच तनाव बढ़ेगा। इससे आपसी भाईचारा एवं सदभावना नष्ट हो रही है। ऐसे में इस घटना में हस्तक्षेप करते हुए ओड़िशा के मुख्य सचिव सुरेश चन्द्र महापात्र को आवश्यकीय निर्देश देने के लिए राज्य समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रवि बेहेरा ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखा है। बेहेरा ने दोनों राज्यों के हित को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण ढंग से विवाद का समाधान करने की मांग की है।