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श्रीमंदिर सुरक्षा अभियान ने श्रीमंदिर के चारों और हो रहे खनन व निर्माण कार्य पर तुरंत रोक लगाने की मांग की
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परियोजना के संबंध में जनजागरण अभियान शुरू करने का ऐलान
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कहा- सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटायेगा
भुवनेश्वर. पुरी स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर के चारों और हो रहे खनन व निर्माण कार्यों पर तत्काल रोक लगाने की मांग को लेकर श्रीमंदिर सुरक्षा अभियान सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटायेगा. श्रीमंदिर सुरक्षा अभियान के संयोजक विनय भुइयां व अन्य पदाधिकारियों ने यहां एक संवंददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि श्री जगन्नाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण के नाम पर देश के कानूनों को तोड़कर विभिन्न प्रकार के खनन व निर्माण कार्य किया जा रहा है. इससे श्रीमंदिर की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. श्रीमंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण यानी एएसआई के पास है. कानून में स्पष्ट इस बात का उल्लेख है कि इस तरह के मंदिर के सौ मीटर तक का स्थान प्रोहिविटेड एरिया होता है, जिसमें किसी प्रकार का स्थायी वृहत निर्माण का कार्य नहीं हो सकता. इसके बाद मंदिर से 100 से 300 मीटर तक के स्थान को रेगुलेटेड एरिया कहा जाता है, जिसमें एएसआई से अनुमति लेकर काम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस कानून की धज्जियां उड़ाते हुए मंदिर के सौ मीटर की दूरी के बीच एएसआई से किसी प्रकार की अनुमति के बिना बड़े-बड़े मशीनों से 30- 35 फीट के गड्ढे खोदे जा रहे हैं. यह सरासर देश के कानून का उल्लंघन है. इससे मंदिर की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है. उच्च न्यायालय में एएसआई ने जो हलफनामा दिया है, उसमें स्पष्ट हुआ है कि इस कार्य को एएसआई से अनुमति नहीं मिली है. राज्य सरकार की इस जिद्द के कारण श्रीमंदिर की सुरक्षा खतरे में पड़ गया है.
गैरकानूनी रूप से किये जा रहे इस निर्माण कार्य के कारण हजारों साल की इस तीर्थ क्षेत्र की सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लगा है. अभियान इस तरह की निर्माण कार्य की कड़े शब्दों में निंदा करता है तथा इस गैरकानूनी निर्माण कार्य को तत्काल रोकने की मांग करता है. श्रीमंदिर सुरक्षा अभियान इस मामले में सुप्रीमो कोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में अभियान की ओर से जनजागरण अभियान शुरु करने का निर्णय किया गया है. निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भारी संख्या में लोगों द्वारा पत्र लिखा जाएगा. इसे लेकर विभिन्न स्थानों पर सभा व संगोष्ठियों का आयोजन किया जाए. प्रखंड स्तर से लेकर जिला व राज्य स्तर पर इस तरह के जनजागरण अभियान शुरु किये जायेंगे. इस पत्रकार संम्मेलन में श्रीमंदिर सुरक्षा अभियान के सह संयोजक तन्मय दाश व सुमंत पंडा भी उपस्थित थे.