भुवनेश्वर. मीडिया पर रोक संबंधी निर्देश वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण शनिवार को ओडिशा विधानसभा की प्रथमार्ध बैठक पांच मिनट से भी कम चल सकी. इस कारण प्रश्नकाल, शून्यकाल व कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकी. हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने पहले 10.30 से 11.30 तक व बाद में 11.34 से दोपहर तीन बजे तक सदन को स्थगित कर दिया. विपक्षी विधायकों ने इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष के त्यागपत्र देने, उनकी माइक छीनने का प्रयास किया. साथ ही नाराबाजी करते हुए देखे गये.
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सदन की कार्यवाही सुबह 10.30 बजे प्रारंभ हुई. बैठक की कार्यवाही प्रारंभ होते ही कांग्रेस व भाजपा विधायकों ने सदन के बीच में आकर मीडिया के खबर प्रसारण पर रोक संबंधी निर्देश को वापस लेने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल सदन को एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया.
सदन की कार्यवाही जब 11.30 बजे फिर से प्रारंभ हुई तब भी समान स्थिति रही. कांग्रेस व भाजपा के विधायक सदन के बीच में आकर विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने विधनसभा अध्यक्ष के पोडियम पर चढ़ने व उनकी माइक को छिनने का प्रयास किया. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों से कहा कि वे अपनी-अपनी सीट पर जाकर सदन के कार्य को चलाने में सहयोग दें. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष द्वारा बस हादसे को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नोटिस दी गयी है. इस कारण सदन को चलाने के लिए सहयोग दें, लेकिन विपक्षी विधायक अपने जिद पर अटल रहे और नारेबाजी करते रहे. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 11.34 से दोपहर 3 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की.
Check Also
भरतपुर मामले में गठित जांच आयोग की अवधि बढ़ी
न्यायिक आयोग को अब 31 जनवरी 2025 तक दिया गया समय भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने …