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केंद्र से बढ़े हुए मूल्य वापस लेने तथा राज्य सरकार से वैट कम करने की मांग
भुवनेश्वर. गत दस दिनों में 9 बार पेट्रोल व डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने के कारण उपभोक्ताओं को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रसोई गैस के मूल्य में भारी बढ़ोत्तरी से आम परिवारों का बजट पूरी तरह बिगड़ चुका है. ऐसे में इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केन्द्र सरकार बढ़े हुए मूल्य वापस ले तथा राज्य सरकार इस पर लगाये वैट को कम करे. कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को शून्यकाल के दौरान ये मांगें की.
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए इस मामले में हस्तक्षेप कर मूल्यों को कैसे नियंत्रित किया जा सकेगा, इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए. अन्यथा लोगों में गुस्सा लगातार बढ़ रहा है.
कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सालुजा ने कहा कि पेट्रोल व डीजल की कीमत लगातार आसमान छू रही है. पांच राज्यों में चुनाव तक कीमतें नियंत्रण में थी, लेकिन अब फिर से अचानक बढ़ना शुरु हो गया है. डीजल के कीमत बढ़ने पर परिवहन खर्च भी बढ़ता है तथा अन्य़ अत्यावश्यक सामग्रिय़ों की कीमत में भी बढ़ोत्तरी होती है. इस बात को सभी को समझना चाहिए. गरीब परिवार इससे सबसे अधिक परेशान है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पेट्रोल की कीमत में से 28 प्रतिशत वैट वसूल रही है तथा डीजल से 24 प्रतिशत वैट ले रही है. यानी एक सामान्य व्यक्ति यदि अपने मोटरसाइकिल के लिए एक लीटर पेट्रोल डलवाता है, तो उससे राज्य सरकार 28 रुपये वसूल रही है. यह मामला अत्यंत गंभीर है. केन्द्र सरकार को इसे कम करना चाहिए. राज्य सरकार को भी वैट को कम करना चाहिए. कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति व सुरेश राउतराय ने भी इस मुद्दे को उठाया.