भुवनेश्वर. महाशिवरात्रि के दिन एक मार्च को श्रीलंका से निकली श्रीराम वनगमन पथ काव्य यात्रा ओडिशा की धरती पर 22 मार्च को मालकानगिरि में प्रवेश करेगी और 23 मार्च को यह गरियाबंद (सीताकुंड) होते हुए रायपुर चली जायेगी. इस यात्रा का आयोजन राष्ट्रीय कवि संगम की ओर से किया जा रहा है. काव्य यात्रा का उद्देश्य लोगों को यह बताने का प्रयास है कि भगवान राम ने कैसे 14 साल का वनवास गुजारा, उससे वाकिफ करना है.
इसी क्रम में इस काव्य यात्रा के ओडिशा प्रवेश के मौके पर अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए राज्यपाल प्रो गणेशी लाल को भी आमंत्रित किया गया है. आज राष्ट्रीय कवि संगम के प्रांत संरक्षक अजय अग्रवाल, प्रांत अध्यक्ष गजानंद शर्मा तथा प्रांत संगठन मंत्री प्रकाश बेताला ने राजभवन में जाकर राज्यपाल गणेशी लाल को आमंत्रित किया तथा इस यात्रा को लेकर मंथन करते हुए उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया. बताया गया है कि इस काव्ययात्रा का ओडिशा में भव्य स्वागत किया जायेगा. इसमें काफी संख्या में रामभक्तों के शामिल होने की उम्मीदें हैं. यह पदयात्रा 41 दिनों में 232 स्थानों से गुजरते हुए 6500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. काव्य यात्रा का समापन सात अप्रैल को अध्योध्या में पहुंचकर होगा.