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विभागीय अधिकारियों और सभी जिला कलेक्टरों को कलाबाजारी पर अंकुश लगाने के निर्देश
भुवनेश्वर. ओडिशा के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वाईं ने यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रमण के मद्देनजर खाद्य तेल की कीमतों में अनुचित वृद्धि की शुक्रवार को चेतावनी दी. इसी के तहत उन्होंने विभागीय अधिकारियों और सभी जिला कलेक्टरों को न केवल कमोडिटी की कलाबाजारी पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं, बल्कि खाद्य तेल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं.
स्वाईं ने कहा कि वर्तमान युद्ध की स्थिति से कई देश प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हैं और आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है. देश में खाद्य तेल खासकर सूरजमुखी तेल की कीमतों में बेवजह बढ़ोतरी होने की संभावना है. इसका असर बाजार पर दिखने लगा है. उन्होंने कहा कि हमें यह ध्यान रखने की आवश्यकता है कि भारत की खाद्य तेल की अधिकांश मांग निर्यात के माध्यम से है. लगभग 80% सूरजमुखी तेल अकेले यूक्रेन और रूस से आयात किया जाता है. इसलिए इसकी आपूर्ति निश्चित रूप से प्रभावित होगी और कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है.
स्वाईं ने वकालत की कि केंद्र सरकार को कम से कम अस्थायी रूप से खाद्य तेलों पर आयात और अन्य शुल्कों में कटौती करनी चाहिए. अन्यथा, खाद्य तेलों की कीमतों में वृद्धि के साथ-साथ पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि, गरीबों, किसानों, मजदूरों और यहां तक कि मध्यम वर्ग के लिए विनाशकारी होगी.