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नक्सलवाद को खत्म करने को बीएसएफ प्रतिबद्ध – महानिरीक्षक

  •  स्थानीय लोगों से अधिक सहयोग का आह्वान

  •  महानिरीक्षक सतीश चंद्र बुडाकोटी ने किया रामगिरि का दौरा

कोरापुट. फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल ओडिशा के महानिरीक्षक सतीश चंद्र बुडाकोटी ने कहा कि ओडिशा में नक्सलवाद को खत्म करने को बीएसएफ प्रतिबद्ध है. महानिरीक्षक ने ग्रामीणों और छात्रों की एक विशाल सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल भारत की प्रमुख सीमा सुरक्षा बल है, जिसे पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारत की सीमाओं की रक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ओडिशा के नक्सल क्षेत्रों में पुलिस और स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए और क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बीच सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने के लिए यहां सीमा सुरक्षा बल को तैनात किया गया है. महानिरीक्षक ने स्थानीय लोगों से अधिक सहयोग पर जोर दिया और उन्हें नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सीमा सुरक्षा बल की प्रतिबद्धता के प्रति आश्वस्त किया. उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और विभिन्न विकास योजनाओं को जमीन पर लागू करने के लिए नागरिक प्रशासन को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करना है. महानिरीक्षक ने युवाओं को अपनी शिक्षा पूरी करने, चुस्त और स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने उनसे सुरक्षा बलों में शामिल होकर देश सेवा करने का अनुरोध किया और उन्हें भर्ती पूर्व प्रशिक्षण में हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

सतीश चंद्र बुडाकोटी ने आज कोरापुट के बोईपरिगुड़ा ब्लाक अंर्तगत रामगिरि का दौरा किया था. इस दौरान उनके साथ मदन लाल, उपमहानिरीक्षक और अजय कुमार, कमांडेंट भी थे. कमांडेंट अजय कुमार ने अधिकारियों को क्षेत्र के सुरक्षा हालात और दुर्गम क्षेत्रों में सीमा सुरक्षा बल द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका से अवगत कराया.
इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल ने अपने प्रशिक्षित कुत्तों के शो का आयोजन किया. सतीश चंद्र बुडाकोटी ने स्कूली छात्रों और ग्रामीणों से बातचीत के दौरान, सुरक्षा बलों में सेवारत कुत्तों की भूमिका के बारे में भी जानकारी दी. कार्यक्रम के दौरान पुलिस, वन विभाग के कर्मचारी, गोपाल हाई स्कूल रामगिरि के शिक्षक, छात्र, रामगिरि एवं पेंडापड़ा के सरपंच और स्थानीय जनतांत्रिक संस्थाओं के सदस्य मौजूद रहे. कार्यक्रम को छात्रों और ग्रामीणों से बहुत गर्मजोशीपूर्ण प्रतिक्रिया मिली और कार्यक्रम पारंपरिक रंगारंग सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ समाप्त हुआ.

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