-
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गहरा शोक व्यक्त किया
भुवनेश्वर. हिन्दुस्तानी शास्त्रीय और ओडिसी शास्त्रीय (उद्र पद्धति) संगीत के अगुआ पंडित डॉ दामोदर होता का शनिवार की देर रात निधन हो गया. पंडित होता 87 वर्ष के थे. वह पिछले कुछ वर्षों से हृदय रोग से पीड़ित थे. बीती रात करीब एक बजे उन्होंने यहां एक निजी अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने डॉ होता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. नवीन ने ट्वीट किया है कि प्रख्यात हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार, गायक और गुरु, पंडित दामोदर होता के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुःख हुआ है. उन्हें उद्र पद्धतीय संगीत को बढ़ावा देने और शोध करने के लिए उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा. मैं अमर आत्मा के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.
उल्लेखनीय है कि 1960 के दशक में ओडिसी शास्त्रीय संगीत पर डॉ होता का प्राथमिक शोध संगीत की ऐतिहासिक जड़ें, विशिष्ट राग, ताल और लक्ष्य पर आधारित था. उन्होंने अपने मुखर प्रदर्शन, शिक्षण, छात्रवृत्ति और वकालत के माध्यम से रूप की प्रामाणिकता और विशिष्टता को बनाए रखने के लिए संघर्ष किया था. उनके निधन पर हर तबके के लोगों ने शोक व्यक्त किया. उनकी मृत्यु ने ओडिसी और हिंदुस्तानी शास्त्रीय क्षेत्र में एक रिक्त स्थान छोड़ दिया है, जिसे कभी भी भरा नहीं जा सकता है.