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ब्रेन डेड बेटे के अंगों को दान करके परिवार ने पेश किया मिसाल
भुवनेश्वर. ओडिशा के गंजाम जिले के बेलागुंठा प्रखंड के अलादी गांव के बेटे ने मरकर भी पांच लोगों की जिंदगी हरा-भरा कर दिया. यह बेटा ब्रेन डेड सुशील साहू था. सुशील के परिवार ने जरूरतमंद मरीजों के प्रत्यारोपण के लिए उसका हृदय, लीवर, दो किडनी और कॉर्निया दान कर दी. सुशील रोजी-रोटी कमाने के लिए गुजरात के सूरत गया था. वह वहां एक निजी कंपनी में बतौर कर्मचारी काम करता था. पांच दिन पहले काम के दौरान सुशील उच्च रक्तचाप के कारण अचानक बीमार पड़ गया और उसे उसके सहकर्मियों ने पास के प्रभु जनरल अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड बताया था, लेकिन उसे 36 घंटे तक निगरानी में रखा गया. फिर भी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद उपस्थित डॉक्टरों की सलाह पर सुशील के परिवार के सदस्यों ने उसके अंग दान करने का फैसला किया. डॉक्टरों की सलाह पर सुशील का दिल चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में एक मरीज में ट्रांसप्लांट किया गया. इसी तरह अहमदाबाद के एक अस्पताल में दो मरीजों में उनके लीवर और दो किडनी ट्रांसप्लांट किए गए और उनके दो कॉर्निया भी डोनेट किए गए.
भाई अनिल साहू ने कहा कि मेरा भाई मर गया है, वह वापस नहीं आएगा, लेकिन अगर उसके अंग जान बचा सकते हैं तो इससे बड़ा कुछ नहीं हो सकता. इसलिए हमने फैसला किया और उसके अंगों को दान कर दिया. इससे पहले भी गंजाम का एक और युवक सूरज बेहरा उस समय चर्चा में था, जब उसके परिवार के सदस्यों ने सूरत में उसकी मौत के बाद अंगदान कर दिया था.