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फरवरी के पहले पखवाड़े में ओडिशा में मामलों के चरम पर होने की संभावना
भुवनेश्वर. ओडिशा में ओमिक्रॉन के कारण कोरोना की तीसरी लहर काफी उग्र होती जाती जा रही है. एक अध्ययन से पता चला है कि एक अकेला पॉजिटिव करीब 6 अन्य लोगों में संक्रमण फैला रहा है. राज्य में आर-वैल्यू और नियमित बढ़ती सकारात्मकता दर एक साथ खतरे की घंटी बजा रहे हैं. आंकड़े के नियमित नयी ऊंचायी संकेत दे रही है कि फरवरी के पहले पखवाड़े में ओडिशा में कोरोना संक्रमण के मामलों चरम पर हो सकते हैं.
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, नई दिल्ली स्थित स्वास्थ्य प्रणाली परिवर्तन पोर्टल और यूके स्थित राष्ट्रीय आर्थिक और सामाजिक अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार नौ जनवरी, 2022 तक देश की दैनिक पाजिटिव दर 34.9 प्रतिशत पर स्थिर होने लगी है, जो कि तीसरी लहर के सुपर पाजिटिव दर के अंत को दर्शाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, झारखंड और पश्चिम बंगाल में दैनिक विकास दर चरम पर है और अब स्पष्ट रूप से घट रही है. झारखंड में दैनिक विकास दर 4 जनवरी को 57 प्रतिशत पर पहुंच गई और तब से 23 प्रतिशत तक गिर गई है. दिल्ली में 5 जनवरी को 53 फीसदी के शिखर पर पहुंचने के बाद दैनिक विकास दर घटकर 36 फीसदी रह गई है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मौजूदा रुझानों के आधार पर झारखंड में जनवरी की दूसरी छमाही में और दिल्ली में जनवरी के अंत में दैनिक मामले चरम पर होने की संभावना है.
दैनिक विकास दर का अनुमान 44.4 प्रतिशत
हालांकि ओडिशा में स्थिति ऐसी होने की उम्मीद नहीं है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट ने 9 जनवरी, 2022 को राज्य के लिए आर-वैल्यू का 5.91 प्रतिशत घातीय पर अनुमान लगाया है और राज्य की फ़िल्टर की गई दैनिक विकास दर का अनुमान 44.4 प्रतिशत है.
जैसा कि आंकड़े बताते हैं कि चूंकि राज्य की फ़िल्टर की गई विकास दर बढ़ रही है. तीन जनवरी, 2022 को लगभग 15 प्रतिशत से नौ जनवरी, 2022 को 44.4 प्रतिशत तक पहुंची है. इसलिए प्रबल संभावना है कि फरवरी पहले 15 दिनों में यह चरम पर होगा.
खुर्दा का साप्ताहिक सकारात्मक दर13.07 प्रतिशत
राज्य में कोरोना के संक्रमण की बढ़ती रफ्तार में खुर्दा जिला हॉट केक बना हुआ है. इस जिले में 31 दिसंबर से 6 जनवरी की अवधि के दौरान लगभग 8.55 प्रतिशत साप्ताहिक सकारात्मक दर थी, लेकिन अब खुर्दा में साप्ताहिक सकारात्मक दर (डब्ल्यूपीआर) 3-9 जनवरी की अवधि के दौरान 13.07 प्रतिशत हो गई है. इसी तरह सुंदरगढ़ में डब्ल्यूपीआर पिछले सप्ताह के 5.94 प्रतिशत से 13.02 प्रतिशत ऊपर रहा है. संबलपुर में डब्ल्यूपीआर लगभग 3-4 प्रतिशत से बढ़कर 11.33 प्रतिशत हो गया है. ऐसा लगता है कि खुर्दा और संबलपुर जिले में संक्रमण की स्थिति विस्फोटक होने वाली है. इधर नौ जनवरी को समाप्त सप्ताह में आरएटी परीक्षण क्रमशः 61 फीसदी से बढ़ाकर 76 प्रतिशत हो गया है. उच्च आरएटी अनुपात के बावजूद जिलों में साप्ताहिक सकारात्मकता दर में वृद्धि जिलों में विस्फोटक परिदृश्य को रेखांकित करती है.