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मतदाता सूची तैयार करने पर गंभीर संदेह जताया
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ओडिशा चुनाव आयोग को मतदाता सूची तैयार करने में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना चाहिए – गोलक महापात्र
भुवनेश्वर. भाजपा की ओडिशा इकाई ने राज्य में आगामी पंचायत चुनावों की पारदर्शिता पर सवालिया निशान लगा दिया है. इसके साथ पार्टी ने मतदाता सूची तैयार करने पर गंभीर संदेह जताया है. भाजपा प्रवक्ता गोलक महापात्र ने कहा कि राज्य में कलेक्टर और बीडीओ के पास चुनाव कराने की जिम्मेदारी है. वे अब तक मतदाता सूची प्रकाशित करने में देरी कर रहे हैं. मतदाता सूची तैयार करने में कोई पारदर्शिता नहीं है और इसलिए यह भी चिंता है कि यह चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकता है. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यह भी मांग की है कि ओडिशा चुनाव आयोग को मतदाता सूची तैयार करने में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कई मतदाताओं के नाम सूचियों से गायब हैं. आरक्षण के नाम पर वोटर लिस्ट की तारीखों से भी खिलवाड़ किया गया है. जाजपुर को छोड़कर अन्य जिलों की मतदाता सूची का प्रकाशन होना बाकी है. इस संबंध में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ओडिशा चुनाव आयोग को हस्तक्षेप करना चाहिए. हालांकि महत्वपूर्ण त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तारीखों की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन इस साल की शुरुआत में होने की उम्मीद है.
इधर, ओडिशा कांग्रेस ने कोविद-19 मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि को देखते हुए ओडिशा चुनाव आयोग से राज्य में आगामी पंचायत और नगरपालिका चुनावों को स्थगित करने का आग्रह किया था.