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राज गया, दरबार गया, किन्तु राजवाड़ी ठाट नहीं गई

  •  संबलपुर की जनता को हो रहा अपने फैसले पर पछतावा

  •  सासंद के कार्यकलापों से संबलपुर जनता बेखबर

  •  भीषण नाराजगी

राजेश बिभार, संबलपुर

संबलपुर लोकसभा सीट अर्से से पश्चिम ओडिशा की एक महत्वपूर्ण सीट रही है। इस सीट पर अबतक अनेकों सांसदों ने राज किया और अपने काबलियत के हिसाब से इस इलाके के विकास का मसौदा तैयार किया। चाहे भाजपा हो, बीजद हो या फिर कांग्रेस। सभी पार्टी के नेताओंं ने संबलपुर लोकसभा क्षेत्र के विकास का सपना हरसंभव परिस्थितियों में  साकार करने का प्रयास किया। किन्तु 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में संबलपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के वादे एवं कार्यों की बारीकी को देखते हुए देवगढ़ महाराज नितेश गंगदेव को अपने मतों का विशाल आंकड़ा दिया। विडंबना का विषय यह है कि चुनाव समाप्त होने के बाद सिर्फ और सिर्फ नोडल कार्यालय को संबलपुर स्थानांतरित करने के अलावा सांसद महोदय ने कुछ काम नहीं किया। इस बीच, अनेकों बार सांसद महोदय संबलपुर आए, किन्तु संबलपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए उन्होंने क्या किया, इसका हिसाब उन्होंने नहीं दिया, जबकि उनकी पार्टी के कप्तान तथा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रत्येक मंच पर यह दंभ भरते रहें हैं कि उनकी सरकार आमजनता की सरकार है। उनके सांसद हमेशा अपने संसदीय क्षेत्र में रहकर जनता की सेवा कर रहे हैं। विडंबना का विषय यह है कि मोदी की इन आशाओं पर उनके ही सांसद पानी फेरने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। सांसद अपने क्षेत्र में अकस्मात आते जरूर हैं, किन्तु वे जनसंवाद नहीं करते, अपने कुछ कार्यकर्ताओं को ही संबलपुर लोकसभा की आवाज समझकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर पुन: अपने काम पर लग जाते हैं। सांसद की इस रवैए पर संबलपुर लोकसभा क्षेत्र में भारी नाराजगी है। कुछ लोगों ने तो सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालनी भी आरंभ कर दी है। निवर्तमान सांसद नगेन्द्र प्रधान यूं तो अनुगूल एवं आठमल्लिक के प्रति ज्यादा रूचि लेते थे, किन्तु संबलपुर के विकास के लिए उन्होंने क्या किया, इसका बराबर ब्यौरा वे अपने संबलपुर प्रतिनिधि के माध्यम से आमजनता को देते थे, किन्तु सांसद नितेश गंगदेव साहेब ने तो जानकारी देनी भी उचित नहीं समझा है। संबलपुर में उनका प्रतिनिधि कौन है, कौन उनके विचारों को जनता के सामने रखेगा, इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। यदि आप सांसद साहब से संपर्क करना चाहते हैं तो किस प्रकार के करेंगे, इसकी भी व्यवस्था उन्होंने नहीं कर रखी है। ऐसे में संबलपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता की परेशानी अपने आप आपको समझ में आ गई होगी। इन हालातों में प्रधानमंत्री मोदी के सर्वजन सुखाय एवं सर्वजन हिताय वाली कहावत कहां चरितार्थ होती है, इसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते हैं। शहर में चर्चा है कि राज गया, दरबार गया, किन्तु राजवाड़ी ठाट नहीं गई। इस गुस्से से सासंद महोदय सावधान रहें, अन्यथा आनेवाले दिनों में यही जनता आपको ठाट से खाट पर बिठा देगी, इसकी पूरी संभावना है। किन्तु यहां पर जनता के ऊपर भी यह मुहावरा सही बैठता है अब पछतावे क्या होगा, जब चीडिय़ां चुग गई खेत। अब स्थिति जैसी भी हो, देखना है सांसद महोदय का अगला कदम क्या होता है।

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