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कहा- कार्यकर्ताओं ने टमाटर और अंडे फेंके, पत्थर नहीं
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पुलिस आयुक्त से मांगा सबूत, कहा-पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस भवन में की पत्थरबाजी
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कहा-पुलिस आयुक्त अगर पत्थरबाजी के सबूत दें देंगे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा
भुवनेश्वर. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारा प्रसाद वाहिनीपति ने राज्य विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अत्यधिक कार्रवाई के लिए आज पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. उल्लेखनीय है कि महिला शिक्षिका ममिता मेहेर हत्याकांड में मुख्य आरोपी गोविंदा साहू के साथ कथित संबंधों के लिए गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्र को हटाने की मांग कर रहे छात्र कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इतना ही नहीं पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर प्रदर्शनकारियों को पीटा. साथ ही कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्यालय कांग्रेस भवन में भी पुलिस प्रवेश कर गयी और वहां कार्यकर्ताओ की पिटाई की.
पुलिस ने दावा किया है कि उन्हें लाठीचार्ज का सहारा लेने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि कार्यकर्ताओं ने उन पर पथराव किया. इधर, वाहिनीपति ने पुलिस आयुक्त को चुनौती देते हुए कहा कि अगर पुलिस आयुक्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस पर पथराव करने का सबूत देते हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. उन्होंने कहा कि उलटे पुलिस कर्मियों ने कांग्रेस भवन पर पथराव किया है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं टमाटर और अंडे फेंके, लेकिन पत्थर नहीं फेंके. अगर उनके आरोप साबित नहीं हुए तो क्या पुलिस आयुक्त अपनी सेवा से इस्तीफा देंगे? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने घटना की जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि मामले की जांच या तो मजिस्ट्रेट या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए. यदि दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो हम कमिश्नरेट पुलिस कार्यालय का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज में कई छात्र कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सिर में चोटें आईं और कई अन्य लोगों के पैर और हाथ टूट गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का पीछा भी किया और कांग्रेस भवन में तोड़-फोड़ कर उन्हें बेरहमी से पीटा.