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राज्य के विशेष राहत आयुक्त के साथ हुई बैठक
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एसआरसी ने कहा कि चक्रवात से फसलों को हुआ है सबसे अधिक नुकसान
भुवनेश्वर. गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव सौरव राय के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम चक्रवात जवाद के बाद हुए नुकसान के आकलन के लिए ओडिशा में दौरा कर रही है. तीन समूहों में विभाजित अधिकारी छह प्रभावित जिलों में नुकसान को जानेंगे. जानकारी के अनुसार, ये अधिकारी गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर, जाजपुर, कटक और केंद्रापड़ा जिलों में फसल क्षति का आकलन करेंगे. इसे लेकर विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना के साथ इन्होंने आज संक्षिप्त बैठक की. केंद्रीय टीम सोमवार तक ओडिशा में रहेगी. राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारी कल टीम के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद टीम के अधिकारी दिल्ली के लिए रवाना होंगे. केंद्रीय टीम सात दिनों के भीतर गृह मंत्रालय को नुकसान का आकलन रिपोर्ट सौंपेगी.
एसआरसी पीके जेना ने कहा कि केंद्रीय टीम कल पहुंची और वे दो दिनों के लिए छह जिलों का व्यापक दौरा करेंगे. वे अपनी समीक्षा के बाद राज्य सरकार के साथ चर्चा करेंगे. उन्होंने बताया कि हाल ही में आए चक्रवात में बुनियादी ढांचे को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. हमने टीम को पहले ही बता दिया है कि सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को फसल के नुकसान से हुआ है. हमने उन्हें इस संबंध में प्रारंभिक जानकारी दी है. एसआरसी ने कहा कि कृषि क्षति का आकलन थोड़ा मुश्किल है. हमने टीम को उन जिलों के बारे में सूचित किया है, जो चक्रवात जवाद से प्रभावित थे. एक बार जब हमें जिलेवार क्षति आकलन रिपोर्ट मिल जाती है, तो हम टीम को अंतिम रिपोर्ट सौंपेंगे. उन्होंने बताया कि क्षेत्र का दौरा और अंतिम मूल्यांकन की तैयारी के बाद टीम केंद्रीय सहायता की त्वरित स्वीकार्यता के लिए एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय के आपदा प्रबंधन प्रभाग को सौंपने की संभावना है. टीम यह भी सिफारिश करेगी कि क्या आपदा को ‘गंभीर प्रकृति’ का माना जा सकता है.