-
कहा- आइए हम सब मिलकर बनाएं भुवनेश्वर को देश में नंबर वन स्वच्छ शहर
-
राजधानी को स्वच्छ शहर बनाने में हर घर से की जाए पहल
-
सभा- संस्थाओं और बुद्धजिवियों की भूमिका लाएगी रंग : संजय सिंह, बीएमसी आयुक्त
-
कूड़ा कचरा सड़कों के बजाय डस्टवीन में डालने को अपील
-
कचरा एकत्र करने वाली जागरूकता गाड़ी को बीएमसी के सभी वार्ड में चलाने की योजना पर चल रहा है काम
शेषनाथ राय, भुवनेश्वर
कोई भी अभियान जन आंदोलन का रूप लेने के बाद ही वह सफल होता है। ऐसे में दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले कपड़े के थैले का उपयोग कर एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक बैग पर निर्भरता को कम करने के साथ सड़कों के ऊपर कूड़ा कचरा फेंकने के बजाय डस्टवीन में डालकर भुवनेश्वर को देश का नंबर एक स्वच्छ शहर बनाने के लिए बीएमसी आयुक्त संजय सिंह ने भुवनेश्वर नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सबकी भागीदारी से हम भुवनेश्वर नगर निगम को देश का नंबर एक स्वच्छ शहर बनाने में सफल होंगे।
बीएमसी आयुक्त संजय सिंह ने कहा है कि राजधानी भुवनेश्वर को साफ-सुथरा रखने के लिए लगातार लोगों के बीच जागरूकता फैलायी जा रही है। जगह-जगह दो-दो डस्टवीन रखे गए हैं। गीला कचरा अलग एवं सूखा कचर के लिए अलग डस्टवीन हैं। लोगों को अपने घरों के कचरे को डस्टवीन में डालने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यहां तक कि कुछ वार्ड में संगीत बजाते हुए बीएमसी की गाड़ी हर दरवाजे पर दस्तक देती है और लोगों से उनके कचरा को संग्रह करती है। बीएमसी की इस मुहिम को काफी हद तक सफलता मिल रही है और आगामी दिनों में हम इस मुहिम को बीएमसी के सभी 67 वार्ड में शुरू करने पर काम कर रहे हैं। बीएमसी आयुक्त ने कहा कि सरकार की तरफ से भुवनेश्वर में एकल प्रयोग में आने वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है। बावजूद इसके अभी भी काफी संख्या में लोग एकल प्रयोग में आने वाले प्लास्टिक का प्रयोग कर रहे हैं, हमारा प्रयास ऐसे लोगों को जागरूक कर जनभागीदारी के माध्यम से राजधानी को स्वच्छ रखने के कार्यक्रम को एक जन आंदोलन का रूप देना है।
कचरा लेने वाली गाड़ी की खाशियत
राजधानी के कुछ वार्ड में संगीत के साथ घुम रही कचरा लेने वाली गाड़ी की खाशियत यह है कि घर में बैठे लोगों को पता चल जाता है कि कुड़ा वाली गाड़ी गयी है और लोग अपने घरों से कूड़ा लेकर सड़क पर खड़े हो जाते हैं। इस के साथ रहने वाला बीएमसी का सफाई कर्मचारी उनसे कूड़ा लेकर गाड़ी में डाल देता है। इससे लोगों को भी अपने घर के कूड़ा कचरा फेंकने को लेकर परेशानी नहीं होती है आस-पास में सफाई भी बनी रहती है। बीएमसी के इस मुहिम को लोग भी प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं जिन वार्डों में यह सेवा अभी शुरू नहीं हुई है, उन वार्डों के लोग इस सेवा के लिए मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर को स्वस्थ व स्वस्थ शहर बनाने में जन आंदोलन की शुरुआत हर घर से होनी चाहिए और इसमें हर सभा संस्थाओं और बुद्धिजीवियों की भूमिका रंग लाएगी।
भुवनेश्वर है देश का चौथा रहने योग्य शहर
यहां उल्लेखनीय है कि इसी साल सेंटर फार साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) इज ऑफ लिविंग इंडेक्स रिपोर्ट के अनुसार भुवनेश्वर को देश का चौथा सबसे अच्छा रहने योग्य शहर घोषित किया गया था। उस समय बीएमसी आयुक्त संजय सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि आगामी दिनों में भुवनेश्वर को देश का नंबर एक स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। बीएमसी आयुक्त के इस प्रयास का परिणाम भी राजधानी में देखा जा रहा है। खासकर जिन वार्डों में बीएमसी की कचरा उठाने वाली सफाई गाड़ियां जा रही हैं, वहां पर अब सड़कों पर कुड़ा कचरा ना के बराबर देखने को मिलता है। यही कारण है की बीएमसी अपने परिसर में आने वाले सभी वार्डों में कचरा उठाने वाली सफाई वैन चलाने की योजना पर काम कर रही है।