Home / Odisha / चक्रवात होगा और गंभीर, सौ किलोमीटर की गति से बहेगी हवा, कहां करेगा लैंडफाल पता नहीं

चक्रवात होगा और गंभीर, सौ किलोमीटर की गति से बहेगी हवा, कहां करेगा लैंडफाल पता नहीं

भुवनेश्वर. चक्रवात गंभीर रूप धारण करेगा और सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, लेकिन यह लैंडफाल कहां करेगा, अभी तक तय नहीं हो पाया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) बंगाल की खाड़ी में बने संभावित चक्रवात से संबंधित घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र रख रहा है. आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान के 4 दिसंबर की सुबह के आसपास ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है. हालांकि अभी तक लैंडफॉल का सटीक स्थान का पता नहीं लग पाया है. आईएमडी के महानिदेशक (डीजी) मृत्युंजय महापात्र ने गुरुवार को कहा कि वर्तमान निम्न दबाव अच्छी तरह से चिह्नित हो गया है. इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्वी खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है. यह बाद के 24 घंटों के दौरान मध्य खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में और तेज हो जाएगा.

उन्होंने बताया कि अधिकतम हवा की गति लगभग 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 100 किमी प्रति घंटे तक होगी. ओडिशा के तट पर 3 दिसंबर से 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और इसकी तीव्रता बढ़कर 70 से 80 किमी प्रति घंटे हो जाएगी. यह 4 दिसंबर को 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ जाएगी.

महापात्र ने आगे कहा कि चक्रवाती तूफान के रास्ता बदलने की संभावना है. उन्होंने कहा कि लेकिन यह तट को पार करेगा या नहीं, यह डिप्रेशन बनने के बाद ही पता चलेगा.

भले ही चक्रवाती तूफान का रुख बदलने की संभावना है, लेकिन ओडिशा के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी. इससे पहले, आईएमडी ने भविष्यवाणी की थी कि 3 दिसंबर से ओडिशा के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी और 4 दिसंबर के लिए भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है.

Share this news

About desk

Check Also

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यालय खारवेल निलय के लिए भूमिपूजन

हवन यज्ञ, वेद पाठ और मंत्रोच्चारण के साथ की गयी भूमिपूजन भुवनेश्वर। संस्कृति सुरक्षा समिति, …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *