भुवनेश्वर- हर्सोल्लास के संपन्न होता जनआस्था का महापर्व छठ अंतिम समय में गमगीन हो गया। कुआखाई नदी में पांच बच्चे डूबने लगे, जिसमें एक बालक अमरजीत साह की मौत हो गई। अन्य चार किसी तरह से बच निकले। बताया जाता है कि आज सुबह अर्घ्य देते समय ये बच्चे कुआखाई नदी के अंदर चले गये। लापरवाही के कारण डूबते बच्चों में चार को बचाया जा सका, जबकि अमर अपनी जिंदगी जीत न सका। हालांकि मौके पर मौजूद एंबुलेंस से सबको अस्पातल पहुंचाया गया, जहां अमरजीत को मृत घोषित कर दिया गया। कुआखाई छठ पूजा आयोजन समिति के पदाधिकारी डीएस त्रिपाठी समेत कइयों ने हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि सावधानी को लेकर माइक से लोगों को सतर्क किया जा रहा था, लेकिन इन बच्चों ने ध्यान नहीं दिया।
इधर, आज उगते सूर्य देवता को अर्घ्य देने के साथ आज संपन्न हो गया। गुरुवार को नहाय-खाये के साथ उपासना शुरू करने वाले व्रतियों ने व्रत तोड़ा और इसी साथ ही चार दिनों से चला आ रहा छठ महापर्व विदा हो गया। पर्व के समापन की पूर्व संध्या पर शनिवार शाम अस्ताचलगामी भास्कर भगवान को छठ व्रतियों ने अर्घ्य दिया। छठव्रतियों और श्रद्धालुओं की सुबह से ही कुआखाई तथा महानदी के घाटों पर भीड़ रही। घाटों पर अर्घ्य को लेकर विशेष व्यवस्था की गई। कटक में भी छठ पूजा धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।