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कहा- ममिता मेहेर मामले में रत्ती भर भी सबूत मिले तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे
भुवनेश्वर. गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्र ने 10 दिनों से अधिक समय तक चुप्पी साधे रहने के बाद आज कहा कि अगर उनके खिलाफ ममिता मेहेर मामले में रत्ती भर भी सबूत मिले तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और सार्वजनिक जीवन भी छोड़ देंगे.
मिश्र ने राजनीतिक दलों और मीडिया से आग्रह किया कि अगर उनके खिलाफ थोड़ा सा भी सबूत है, तो वे पुलिस या अदालत में जाएं, अन्यथा बदनामी अभियान से बचें.
गृह राज्य मंत्री ने आगे कहा कि संवेदनशील और जघन्य अपराधों के मामले में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कार्य करना चाहिए, ताकि आरोपी को न्याय मिल सक. इसलिए मैं हमेशा जघन्य अपराधों पर टिप्पणी करने से बचता था, लेकिन मुझे एक बयान देने की जरूरत महसूस हुई, क्योंकि इस बदनामी अभियान से मेरे परिवार पर असर पड़ रहा है.
मिश्र ने कहा कि ममिता की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से मैं बहुत दुःखी और व्यथित हूं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं एक पिता हूं और मैं समझ सकता हूं कि परिवार किस सदमे से गुजर रहा होगा.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से कुछ मीडिया ने मेरे खिलाफ झूठ पर आधारित चरित्र हनन अभियान शुरू किया है, उससे मैं स्तब्ध हूं. इससे मेरे परिवार को भी चोट पहुंची है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने तीन मीडिया समूहों के खिलाफ मानहानि और चरित्र हनन के लिए झूठे और दुर्भावनापूर्ण आरोपों के लिए उनके संकीर्ण व्यक्तिगत और राजनीतिक लाभ को आगे बढ़ाने के लिए आपराधिक और नागरिक मानहानि का मामला दर्ज किया है. मंत्री ने कहा कि एक विधायक के साथ-साथ एक पूर्व आईएएफ अधिकारी के रूप में मैंने कई शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रमों में भाग लिया है. वास्तव में जनप्रतिनिधियों को शिक्षण संस्थानों में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेना होता है. इसलिए किसी भी संस्थान में होने वाले अपराध के लिए सिर्फ इसलिए मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है कि मैं एक अतिथि के रूप में समारोहों के लिए गया था.