यहां के बाद पांडियान ने गंजाम जिले के हिंजली प्रखंड के नगरपालिका विद्यालय का भी दौरा किया. बताया जाता है कि सरकार का खासकर उच्च शिक्षा, शुद्ध पेयजल, सड़क, बिजली तथा सिंचाई व्यवस्था पर फोकस है. उल्लेखनीय है कि तारातारिणी मंदिर का निर्माण 17वीं सदी में कलिंग सम्राट ने बताया था तथा यह भारत के सबसे पूजनीय शक्तिपीठों और तंत्र पीठों में से एक है.
पांडियान ने लिया तारातरिणी मंदिर का जायजा
यहां के बाद पांडियान ने गंजाम जिले के हिंजली प्रखंड के नगरपालिका विद्यालय का भी दौरा किया. बताया जाता है कि सरकार का खासकर उच्च शिक्षा, शुद्ध पेयजल, सड़क, बिजली तथा सिंचाई व्यवस्था पर फोकस है. उल्लेखनीय है कि तारातारिणी मंदिर का निर्माण 17वीं सदी में कलिंग सम्राट ने बताया था तथा यह भारत के सबसे पूजनीय शक्तिपीठों और तंत्र पीठों में से एक है.