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नवज्योति पटनायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
बालेश्वर. कांग्रेस नेता नवज्योति पटनायक ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर बालेश्वर की भौगोलिक स्थिति और दूरी को देखते हुए आम जनता को प्रशासनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए बालेश्वर को राजस्व संभाग में बदलने की मांग की है. उन्होंने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुदाम मरांडी का भी इसी मामले में ध्यान आकर्षित किया.
उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने सामान्य और राजस्व प्रशासन के प्रबंधन के लिए तीन राजस्व प्रभागों की स्थापना की है. पश्चिमी ओडिशा के जिलों को संबलपुर में उत्तरांचल राजस्व प्रभाग द्वारा, दक्षिण ओडिशा के जिलों को ब्रह्मपुर में दक्षिणी राजस्व प्रभाग द्वारा और राज्य के शेष जिलों को कटक में केंद्रीय राजस्व प्रभाग द्वारा उप-विभाजित किया गया है. भौगोलिक मुख्यालय से दूरी और न्याय वितरण जैसे कारकों को नज़रअंदाज करते हुए ये तीनों संभाग राज्य के पूरे जिले को तीन भागों में बांटकर बनाए गए प्रतीत होते हैं. 10 जिलों में से प्रत्येक एक डिवीजन के अंतर्गत आता है.
नवज्योति ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि केंदुझर जिला उत्तरांचल राजस्व मंडल के अंतर्गत आता है, लेकिन केंदुझर का राजस्व विभाग संबलपुर मुख्यालय से 200 किमी दूर स्थित है. यह राजस्व और आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों को सुलझाने के लिए केंदुझर के निवासियों के लिए बहुत जटिल स्थिति पैदा कर रहा है. सफल क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व करते समय बालेश्वर, केंदुझर, भद्रक, मयूरभंज, जाजपुर आदि महत्वपूर्ण जिलों की उपेक्षा की गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इन जिलों को शामिल कर बालेश्वर में राजस्व संभाग स्थापित करने का आग्रह किया. बालेश्वर उत्तर ओडिशा का सबसे बड़ा शहर है और इसमें ओडिशा और भारत सरकार के कई संभागीय मुख्यालय हैं. इसलिए इसे राजस्व विभाग के मुख्यालय के रूप में चुनने में कोई विसंगति नहीं है. बालेश्वर एक ऐसा स्थान है, जो उत्तर ओडिशा से आने वाले जिले के निवासियों के लिए आसानी से पहुँचा जा सकता है. इसलिए, उत्तरी ओडिशा के लोगों को अब भूमि विवाद, भूमि स्वामित्व पर कानूनी विवाद, राजस्व मामले निपटाने, पेंशन, ग्रेच्युटी, मृत्यु और सेवानिवृत्ति के मुद्दों को सुलझाने के लिए कटक नहीं जाना पड़ेगा. उत्तर ओडिशा प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, लेकिन यह एक प्राकृतिक आपदा क्षेत्र बन गया है. प्राकृतिक आपदाओं या महामारी, या बड़े क्षेत्रों में फसलों के नुकसान, वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण, वनों की कटाई, आदि से संबंधित किसी भी मुद्दे को संबोधित करने के लिए एक राजस्व प्रभाग मुख्यालय की उपस्थिति तत्काल जरुरी है. इसलिए नवज्योति ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि बालेश्वर में राजस्व संभाग स्थापित करने की जायज मांगों को देखते हुए उत्तर ओडिशा के लोगों के अधिक से अधिक हित में इस संबंध में कदम उठाएं.