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पोट्टांगी प्रखंड में आंधी का सबसे ज्यादा असर, 4 जगहों पर भूस्खलन
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8,300 से अधिक लोग विभिन्न चक्रवात आश्रय गृहों में स्थानांतरित
भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी से निकला चक्रवात गुलाब कमजोर होने के बावजूद कोरापुट में जिले में जाते-जाते तबाही मंजर छोड़ गया है. चक्रवाती तूफान गुलाब के कारण हवाओं के साथ हुई भारी बारिश ने कोरापुट में बहुत नुकसान किया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चक्रवात गुलाब के कारम 325 घरों को व्यापक नुकसान हुआ है. जिले के पोट्टांगी प्रखंड में आंधी का सबसे ज्यादा असर पड़ा है.
चक्रवाती तूफान के प्रभाव में भारी बारिश के कारण जिले में रालेगड़ा और सुनकी घाटी के पास 4 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है. इसके अलावा तीव्र बारिश ने भी इस क्षेत्र में अचानक बाढ़ ला दी, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग और निचले इलाकों में पानी भर गया है.
जिला प्रशासन ने 8,300 से अधिक लोगों को विभिन्न चक्रवात आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया है और पूरे दिन भोजन की आपूर्ति सुनिश्चित की है. हालांकि जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और दमकल अधिकारियों ने गुलाब के दस्तक देने से पहले ही निचले इलाकों से लोगों के निकासी और राहत अभियान के कारण जिले में किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है.
स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कोरापुट के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) देवेन कुमार प्रधान ने कहा कि पोटांगी में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है. जिले के 6 ब्लॉकों में 60 मिमी से अधिक बारिश हुई है. पोट्टांगी ब्लॉक में व्यापक नुकसान की सूचना मिली है. यहां 4 जगहों पर भूस्खलन हुए हैं. लगभग 103 गांव, 2 यूएलबी और 2 यूएलबी वार्ड चक्रवाती तूफान के प्रभाव का सामना कर चुके हैं. चक्रवात के प्रभाव से 325 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनमें से 22 पक्के हैं और 303 कच्चे घर हैं. कुल मिलाकर 27,540 लोग चक्रवाती तूफान की चपेट से प्रभावित हुए हैं.
प्रधान ने कहा कि सिमिलीगुड़ा-विशाखापट्टनम राजमार्ग पर सड़क पर आवाजाही को अराकू-नंदापुर मार्ग की ओर मोड़ दिया गया है. साथ ही यात्रियों को सुनकी के बजाय रायगड़ा होकर भुवनेश्वर जाना होगा.