भुवनेश्वर. तूफान गुलाब के कारण ओडिशा में विशेष या बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. राज्य में किसी भी स्थान पर तेज हवा नहीं थी. बिजली के अवसंरचना पर भी कोई खास नुकसान नहीं हुआ है. कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने व पेड़ गिरने के कारण आबाजाही बाधित हुई है. एसडीआरएफ के नियम के अनुसार, पांच दिनों के अंदर इससे हुए नुकसान की रिपोर्ट देने के लिए जिला प्रशासन से कहा गया है. राज्य के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने पत्रकारों के साथ बातचीत में यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर देखा जाए तो मौसम विभाग द्वारा जितनी बारिश होने या तेज हवा चलने का अनुमान लगाया गया था, उतनी बारिश नहीं हुई और न ही उतनी तेज हवा चली. गजपति व कोरापुट जिले में दो-तीन स्थानों पर भूस्खलन होने के समाचार हैं.
इस तूफान के कारण कोरापुट जिले के पटांगी में सर्वाधिक 148 मिलीलीटर बारिश रिकार्ड की गयी है. मालकानगिरि जिले के एक प्रखंड में 107 मिलीलीटर बारिश रिकार्ड की गयी है. गजपति जिले के गोशाणी में 83 मिमी बारिश हुई है.
कोरापुट जिले के सुनकी घाटी में भूस्खलन होने के कारण सड़क अवरोध हो गया है. बारिश रुकने के बाद इसका मरम्मत का काम किया जाएगा. कुछ पहाड़ी इलाकों में पानी चल रहा था, लेकिन अब बंद हो चुका है.
उन्होंने बताया कि तूफान को देखते हुए कुल 46 हजार 75 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया था. कुल 1189 आश्रय स्थलों में इन लोगों को रखा गया था. मालकानगिरि जिले में बारिश हो रही है. इस जिले में 50 से 60 पेड़ उखड़ गये हैं. जिला प्रशासन व राज्य सरकार स्थिति पर नजर बनायी हुई है.
गजपति के गुमा प्रखंड के अंतर्गत आने वाले नामनागड़ा अजयगड़ा रोड को भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है. फायर व आरडी अधिकारियों के संयुक्त प्रयास से साफ कर दिया गया है.
सहजन के एक बड़े पेड़ के गिरने से रम्पा से बदहंसा के बीच मार्ग अवरुद्ध हो गया था और उसे काट कर साफ कर दिया गया. ब्लॉक टीम द्वारा किया गया कार्य काफी सराहनीय है.
मोहना प्रखंड अंतर्गत मेरापल्ली में एक बड़ा बरगद का पेड़ गिरने से मेरापल्ली-तल्लासिंग आरडी मार्ग पर मार्ग अवरुद्ध हो गया और मोहना दमकल दल ने उसे काट कर साफ कर दिया है.