भुवनेश्वर. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने बताया कि चक्रवात गुलाब के प्रभाव को देखते हुए निचले इलाकों से हमने अब तक 5,000 से अधिक लोगों को निकाला है और मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार शाम तक पूरी निकासी गतिविधि समाप्त कर दी जायेगी. राज्य के सभी मछुआरे समुद्र से वापस आ गए हैं और स्थानीय अधिकारी जैसे बीडीओ, पुलिस आईआईसी और तहसीलदार जमीन पर कड़ी नजर रख रहे हैं. एसआरसी ने कहा कि कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे एसआरसी के कार्यालय को चक्रवात का सामना करने और किसी भी घटना को टालने के लिए किसी भी प्रकार की मदद से अवगत कराएं. उन्होंने कहा कि चक्रवात के रास्ते में आने वाले क्षेत्रों के लोग चक्रवातों के अधिक आदी नहीं हैं. इसलिए जिला अधिकारियों को व्यापक रूप से लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए निर्देशित किया गया है. इन जिलों में प्रशासनिक अधिकारी लोगों को जागरुक कर रहे हैं.
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