भुवनेश्वर. 26 सितंबर को लैंडफाल करने वाले गुलाब चक्रवात के कारण ओडिशा में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण पेड़-पौधों और खेती का काफी नुकसान होने की संभावना है. निचले इलाकों में जलजमाव तथा रास्तों पर भूस्खलन हो सकते हैं. बारिश के कारण बाढ़ आने की संभावना भी जतायी गयी है. भारती मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 26 सितंबर की शाम तक लैंडफॉल के दौरान हवा की गति लगभग 75-80 किमी प्रति घंटे और 90-95 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकों के चलने की उम्मीद है. आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि डीप डिप्रेशन अब गोपालपुर से करीब 470 किलोमीटर दूर था. यह एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और इसका असर ओडिशा के कई हिस्सों में महसूस किया जाएगा.
तेज हवाओं के प्रभाव में बागवानी फसलों को व्यापक नुकसान हो सकता है और छोटे पेड़-पौधे उखड़ सकते हैं. चक्रवाती तूफान के कारण दक्षिण और तटीय ओडिशा में भारी बारिश होगी. दक्षिणी जिलों में कल अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है.
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में व्यापक और भारी बारिश लाएगा. उल्लेखनीय है कि 2018 चक्रवात तितली के दौरान गजपति जिले में लैंडफाल हुआ था. इस कारण एसआरसी ने गजपति और रायगड़ा जिलों के अधिकारियों को लैंडफाल की घटनाओं से निपटने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया है. लैंडफाल की संभावना वाले क्षेत्रों में उचित निकासी के लिए कदम उठाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.