भुवनेश्वर. हाल ही में हुई बारिश ने ओडिशा में सूखे की स्थिति में सुधार किया है. यह जानकारी देते हुए शनिवार को जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता धीरेन कुमार सामल ने बताया कि देर से हुई बारिश राहत के रूप में आई है. राज्य सूखे जैसी स्थिति का सामना कर रहा था, लेकिन इस बारिश से कई मध्यम जलाशयों के जलस्तर में वृद्धि हुई है.
वर्तमान में 11 जलाशयों में जलस्तर 50-75 प्रतिशत, 20 जलाशयों में 75-100 प्रतिशत और दो जलाशयों में जलस्तर 100 प्रतिशत है. तीन जिलों के तीन ब्लॉकों में 50 मिमी से अधिक बारिश हुई है, जबकि 12 जिलों के 19 ब्लॉकों में पिछले 24 घंटों में 20 मिमी से 50 मिमी तक बारिश हुई है.
सामल ने राज्य में बाढ़ की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि औल में ब्राह्मणी नदी का पानी खतरे के निशान से नीचे बह रहा है. समुद्र में पानी का बहाव भी बढ़ गया है.
उन्होंने कहा कि 19 सितंबर को पानी के बहाव में और वृद्धि होगी, लेकिन 20 सितंबर को इसमें कमी आएगी. हालांकि क्षेत्र में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है.
सामल ने कहा कि केंद्रापड़ा में कहीं भी कोई नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है. बैतरणी नदी का पानी घट गया है और केंदुझर जिले में बारिश की कोई खबर नहीं है.
राजघाट पर सुवर्णरेखा नदी कल रात से ही घट रही है और अब खतरे के निशान से नीचे बह रही है. हालांकि बाढ़ का कोई खतरा नहीं है, लेकिन आज सुबह कुछ इलाकों में मामूली दरारों की सूचना मिली है, जिन्हें ठीक कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि नवीनतम उपग्रह चित्रों के अनुसार ओडिशा में और बारिश नहीं होगी.