भुवनेश्वर. पक्षी प्रेमियों के लिए खुशी की खबर है. इस साल ओडिशा में भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले मानसूनी पक्षियों की आबादी में लगभग 11 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है.
उल्लेखनीय है कि 23 अगस्त सप्ताहव्यापी पक्षियों की गणना शुरू हुई थी. इस दौरान प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान में 108639 पक्षियों को देखा. पिछले साल 2020 के मानसून सीजन में कुल 97866 पक्षियों को ही देखा गया था.
इस वर्ष पक्षियों की गिनती के लिए नियोजित प्रत्यक्ष गणना पद्धति में राष्ट्रीय उद्यान में लगभग 10773 पक्षियों की वृद्धि दिखी है. भितरकनिका के डीएफओ जज्ञादत्त पति ने कहा कि गणना के दौरान कम से कम 22828 घोंसले पाये गए.
डीएफओ ने कहा कि सबसे अधिक संख्या में पक्षियों को तीन स्थानों पर देखा गया, जिसमें मठ दीया, लक्ष्मीप्रसाद दीया और दुर्गा प्रसाद दीया शामिल हैं.
कम मानवीय हस्तक्षेप और अच्छी जलवायु के अलावा नदी और खाड़ियों में प्रचुर मात्रा में मछलियां पार्क को पक्षियों के लिए एक अनुकूल प्रजनन स्थल बनाती हैं.
हर साल, ओडिशा के कई हिस्सों और बाहर से स्थानीय प्रवासी पक्षी, कापरखाई, अंजना, रानीबगा, पनिकुआ, गेंडालिया और खैरा मानसून के दौरान राष्ट्रीय उद्यान में घूमते हैं.
ये पक्षी आमतौर पर इस क्षेत्र में गुआन, बानी और केरुआ के पेड़ों पर घोंसले बनाते हैं. राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले मानसूनी पक्षी हर साल अक्टूबर के अंत तक बच्चों के साथ अपने घरों में लौटते हैं. इससे पहले कि नवंबर में रूस, मध्य एशिया, लद्दाख और हिमालय जैसे उत्तरी देशों के शीतकालीन प्रवासी पक्षी राष्ट्रीय उद्यान में आते हैं.
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