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अपनी स्वर्गीय नीलिमारानी सामंत की 93वीं जयंती मनाई
भुवनेश्वर. कीट-कीस के संस्थापक तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने अपनी मां स्वर्गीय नीलिमारानी सामंत की 93वीं जयंती पर लोगों से माताओं का सम्मान करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने में मां के आशीर्वाद का बड़ा योगदान होता है. इसलिए बड़े होकर माताओं का सम्मान और आदर करें.
सामंत ने अपनी मां स्वर्गीय नीलिमारानी सामंत की 93वीं जयंती अकेले ही भुवनेश्वर अपने नयापली निवास स्थल पर मनाई. सुबह में सबसे पहले उन्होंने जरुरतमंद लोगों को सूखा भोजन दान में दिया. उसके उपरांत उन्होंने अपने हाथों से अपनी मां स्वर्गीया नीलिमारानी सामंत की पसंद का भोजन तैयार कर सनातनी विधि-विधान के साथ कौवों को खिलाया. साथ ही प्रोफेसर अच्युत सामंत अपने स्मार्ट विलेज कलराबंक जाकर अपनी स्वर्गीय मां नीलिमारानी सामंत की प्रतिमा पर फूल मालाएं चढ़ाई और ब्राह्मणों भोजन कराया. अपनी प्रतिक्रिया में प्रोफेसर अच्युत सामंत ने बताया कि उनके कामयाब जीवन की पहली गुरु उनकी मां रहीं जिसने उन्हें घोर आर्थिक संकटों में धीरज, अनुशासन, सत्यनिष्ठा, आत्मविश्वास तथा स्वविवेक के साथ जीवन जीना सिखाया. संकट की घड़ी में भी प्रोफेसर सामंत की सोच को सकारात्मक मनाया. उन्हें स्वावलंबी बनाया. परोपकारी बनाया. प्रोफेसर सामंत ने यह भी बताया कि कोरोना संक्रमण काल में भी वे अपने व्यक्तिगत दायित्व, सामाजिक दायित्व, लोककल्याण कार्य करना तथा दरिद्रनारायण सेवाकरना कभी नहीं भूले. उन्होंने बताया कि यह सबकुछ वे अपनी स्वर्गीया मां नीलिमारानी सामंत के दिव्य आशीष से ही कर पा रहे हैं. इसलिए मैं सभी से एक ही निवेदन करता हूं कि सभी अपनी-अपनी मां का आदर करें. मां का सम्मान करें. मां की कही गई अच्छी बातों को अपने जीवन में उतारें.