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राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपनटे के लिए तैयार – जन स्वास्थ्य निदेशक
भुवनेश्वर. ओडिशा में डेल्टा वेरिएंट के कारण बच्चों में मृत्यु दर में वृद्धि हुई. हालांकि कोरोना पाजिटिव बच्चों में से ज्यादातर किसी गंभीर स्थिति में नहीं जा रहे हैं और जल्द ठीक हो रहे हैं. चूंकि 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान अभी भी शुरू नहीं हुआ है, इसलिए लोगों को बच्चों के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है. यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के राज्य जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने देते हुए कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि यह उम्मीद की जाती है कि महामारी की तीसरी लहर की संभावना में बच्चों में कोविद-19 संक्रमण और बढ़ जाएगा, लेकिन लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ओडिशा सरकार संक्रमण की दर को नियंत्रण में रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने महामारी की दूसरी लहर के दौरान बच्चों में संक्रमण पर कड़ी निगरानी रखी है, जो वर्तमान में कुल संक्रमण का लगभग 12 प्रतिशत है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आकलन के मुताबिक, कुल संक्रमितों में से केवल पांच से छह फीसदी बच्चों को ही अस्पतालों में इलाज की जरूरत है. अधिकांश बच्चे कोविद-19 से गंभीर रूप से प्रभावित नहीं हैं. इसलिए चिंतित होने की कोई बात नहीं है. मिश्र ने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में महामारी की दूसरी लहर अभी भी जारी है. ऐसी स्थिति में लोग को लापरवाही नहीं करनी चाहिए. इस महत्वपूर्ण मोड़ पर कोविद के मानदंडों की अनदेखी नहीं कर सकते हैं.
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