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2021-22 में जुलाई तक उच्चतम लोडिंग हासिल की
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महाप्रबंध ने टीम को दिया श्रेय, स्वतंत्रता दिवस की दी बधाई
भुवनेश्वर. कोरोना महामारी के समय में भी पूर्व तट रेलवे ने हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया है. पूर्व तट तट रेलवे ने 2021-22 में जुलाई तक उच्चतम लोडिंग हासिल की. पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 18 मैट्रिक टन अधिक माल ढुलाई की है.
पूर्व तट रेलवे के महाप्रबंधक विद्या भूषण ने इसका श्रेय अपनी टीम को दिया है. 75वें स्वतंत्रता दिवस पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि कोविद महामारी ने प्रत्येक व्यक्ति और प्रत्येक संगठन के जीवन को अप्रत्याशित रूप से प्रभावित किया है, हमारी कार्य-शैली, सामाजिक व्यवहार एवं त्यौहार-प्रत्येक, कोविद संक्रमण से खुद को बचाने के हमारे प्रयासों से परिवर्तित हुए हैं. एक ओर सामान्य तौर पर, लोग कोविद को प्रगति और आनंद के लिए बाधक मानते हैं, वहीं कुछ लोग और संस्थान ऐसे भी हैं, जो कोविद को मानव प्रगति के लिए चुनौती के रूप में देखते हैं. प्रत्येक बार जब एक नई बीमारी ने मानवता को पीड़ित किया है, वैज्ञानिकों ने उसे नए आविष्कारों और खोजों से जवाब दिया है. हमें आश्वस्त रहना चाहिए कि हम कोविद की चुनौती को भी जीत लेंगे. गुफाओं में कच्चा भोजन खाने वाले आदिमानव से आधुनिक जीवन जीने वाले मानव तक एक विकासवादी विजय है. हमें अपनी इच्छा और क्षमता पर ज़ोर देने की आवश्यकता है ताकि हम अधिक स्वस्थ, अधिक आनंददायी, अधिक उत्पादक तथा अधिक आरामदायक जीवन जीने हेतु विकसित हो सकें. हमें अपने विकासवादी प्रगति में जैविक चुनौतियों को मात देने के लिए अपने कार्य-शैली, रहन-सहन, व्यवहार एवं व्यस्तता को फिर से समायोजित करने और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि मैं आप में से प्रत्येक को कोविद से बचने के लिए हर कदम उठाने और अपनी व्यक्तिगत प्रगति और उस संगठन, जिसका आप हिस्सा हैं, की प्रगति जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे हमारे डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्वास्थ्य कर्मियों, रेल सुरक्षा बल कर्मियों, हमारे ट्रेन संचालन कर्मचारियों, हमारे सहायक विभागों और अन्य सभी लोगों के साहस, दृढ़ संकल्प और धैर्य पर गर्व है, जिन्होंने कोविद संक्रमण में भी समाज और देश की सेवा करने के लिए अपने स्वयं के स्वास्थ्य और कल्याण को जोखिम में डाला है. पिछले डेढ़ साल से हमने कोविद मरीजों का इलाज किया है और उनकी देखभाल की है. हमने अपने लोगों का परीक्षण किया है, उनकी काउंसलिंग की है तथा स्वच्छता, आपूर्ति, उपचार और नैतिक समर्थन के साथ गहन प्रयासों से उन्हें कोविद से बचाया है.
हम भारत भर में दवाओं, खाद्यान्न, खाद्य पदार्थों, आवश्यक वस्तुओं और पार्सल पैकेजों के अतिरिक्त अपने मुख्य व्यवसाय जैसे अयस्क, कोयला, स्टील आदि थोक वस्तुओं को ले जाने के लिए मालगाड़ियों को गहनता से चलाया है. जब भारत चिकित्सा ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना कर रहा था, तो हम ट्रेन द्वारा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन को स्थानांतरित करने वाले भारत के पहले जोन थे. उन्होंने कहा कि आपके साथ मैं अपने गौरव को साझा करना चाहूंगा कि वालतेरु मंडल ने भारतीय रेल की पहली लोडेड ऑक्सीजन ट्रेन, विशाखापट्टनम से चलायी. तत्पश्चात ऑक्सीजन ट्रेनें हमारे लिए सामान्य व्यवसाय बन गईं.
उन्होंने कहा कि हमें अपने लोको पायलटों, स्टेशन मास्टरों, गार्डों, टीटीई,रेल सुरक्षा बल कर्मी और ट्रेन परिचालन में शामिल अन्य श्रेणियों के कर्मचारियों पर उनकी समर्पित सेवा के लिए गर्व होना चाहिए. उनके अनुकरणीय प्रयासों से, पूर्व तट तट रेलवे ने 2021-22 में जुलाई तक उच्चतम लोडिंग हासिल की. हमने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 18 मैट्रिक टन अधिक माल ढुलाई की है. हमारा समय पालन प्रदर्शन और हमारी सकल आय पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है. प्रदर्शन का प्रत्येक मानदंड एक सराहनीय उपलब्धि के स्तर पर है, चाहे वह ट्रैक रखरखाव, सिग्नलिंग और दूरसंचार रखरखाव या लोको एवं वैगन रखरखाव हो- कर्मचारियों ने व्यक्तिगत रूप से या तो स्वयं या फिर पारिवारिक स्तर पर कोविद की चपेट में आने के बावजूद देश को अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास देना जारी रखा है. यह समर्पण ही हमारी ताकत है, हमारी संपत्ति है. हमें देश के लिए अपना कर्तव्य निभाने के अपने संकल्प में स्वयं पर विश्वास के साथ दृढ़ रहने की आवश्यकता है.
विचार और कार्य में संरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता रही है. गहन निवारक जांच, फील्ड स्टाफ की काउंसलिंग और निगरानी, विभिन्न रूपों और संचार के माध्यम से प्रचार और हमारे कर्मचारियों के कौशल का निरंतर उन्नयन और उनकी सजगता, संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारे निरंतर प्रयास हैं. याद रखें हमें अपनी चुनौतियों से बड़ा होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जैसा कि हम जानते हैं, ओडिशा में नियमित रूप से चक्रवात आते रहते हैं. इस वर्ष चक्रवात ‘यश’ भी कोई अपवाद नहीं रहा, जिसने प्रकृति के प्रकोप के साथ हमारे तटीय क्षेत्र में दस्तक दिया था. मैं हमारे कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के साथ-साथ रेलवे संपत्ति के प्रति जोखिम को कम करने के उनके त्वरित और गहन प्रयासों के लिए खुर्दा रोड मंडल को बधाई देता हूं. चक्रवातों का सामना करने और उनसे उबरने के अपने नियमित अभ्यास से हमने चक्रवात ‘यश’ द्वारा दी गई मार को तेजी से पार कर लिया. मुझे गर्व है कि खुर्दा टीम के समर्पित प्रयासों से हमने चक्रवात ‘यश’ के गुजरने के 06 घंटे के भीतर ही पूर्व तट रेलवे क्षेत्र में ट्रेन सेवाओं को बहाल किया. मैं हमारे इंजीनियरिंग और सिगनल एवं दूरसंचार विभागों के प्रयासों पर भी प्रकाश डालना चाहता हूं, जिन्होंने 25 टी एक्सल लोड वैगनों सहित उच्च लोड संचलन के लिए अधिक मार्गों को दुरुस्त किया. हमारा निर्माण संगठन, पूर्व तट रेलवे के क्षेत्र में निरंतर अतिरिक्त ट्रैक किलोमीटर जोड़ रहा है. 01 अप्रैल, 2021 से हमने दोहरी लाइनों और नई लाइनों को चालू करके 25.92 किमी ट्रैक जोड़ा है. पूर्व तट रेलवे अब पूरी तरह से विद्युतीकृत जोन भी है.
पूर्व तट रेलवे ने संपूर्ण सरकार के आधार पर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार के साथ मिलकर कोविद महामारी से लड़ने का काम किया है. हमने कोविद युद्ध में रेल कर्मियों और जनता, जो भी जरूरतमंद थे, के इलाज में अपने अस्पताल के बिस्तरों, आईसीयू, उपकरणों, डॉक्टरों और कर्मचारियों का योगदान दिया. हमने कोविद के लिए 260 कोचों को, प्रत्येक कोच में 8 बेड की क्षमतावाले मोबाइल अस्पताल में बदल दिया. हमने अपने रेल सुरक्षा बल के बैरकों और अन्य भवनों को कोविद देखभाल केंद्रों, आइसोलेशन केंद्रों और उपचार वार्डों में बदल दिया, जिसमें लगभग 2000 बिस्तरों का योगदान है. कई स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं जैसे लिफ्ट, एस्केलेटर, शौचालय आदि को जोड़ा गया है. कई स्टेशनों तथा अन्य रेल परिसरों में सौर ऊर्जा संयंत्रों को चालू किया गया है.
आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए गहन जांच, छापेमारी, गश्त तथा एक बाज की नज़र के तौर पर कार्य किया गया है. ई-मोड के माध्यम से रेलवे ग्राहकों, रेलवे संपत्ति और रेलवे राजस्व के खिलाफ अपराध से निपटने के लिए सुरक्षा विभाग के तहत एक साइबर सेल का गठन किया गया है. इस सेल ने दलालों एवं इलेक्ट्रोनिक मोड के माध्यम से अन्य अपराधों को रोकने में सराहनीय सफलता प्राप्त की है. कोविद से जंग जारी है. हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम सभी बाधाओं के बावजूद देश की सेवा करते रहें. हमें अपने कोविद योद्धाओं का मनोबल ऊंचा रखना है.
उन्होंने कहा कि हमने सेंट्रल अस्पताल, भुवनेश्वर में डीएनबी/स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ करने के लिए वर्तमान 70 बिस्तरों को बढ़ा कर 110 बिस्तर कर दिए हैं. उन्होंने संबंधित संगठनों और संस्थाओं के उल्लेखनीय सेवाओं को भी बताया तथा आभार जताया.