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राज्य में अब तक कोरोना से 6697 की मौत की पुष्टि
भुवनेश्वर. ओडिशा में कोरोन से मौत के कारणों की ऑडिट को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. बीते एक महीने से रोज मरने वालों की संख्या 60 से ऊपर बतायी जा रही है, लेकिन कभी भी यही नहीं बताया गया है कि कुल कितने मौत की ऑडिट के बाद यह संख्या जारी की गयी है. इसे लेकर अब जनता यह जानना चाहती है कि आखिकार राज्य में कोविद अस्पतालों में कितने लोगों की मौत हुई है?
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना से मौत के आंकड़े छुपाने को लेकर राजनीतिक गरियारे में आवाज उठाने के बाद राज्य सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग ने छह जुलाई को पहली बार कोरोना से मरने वालों की संख्या 51 की पुष्टि की और साथ ही कहा यह स्पष्ट किया है कि मौतों का दिया गया आंकड़ा रियल टाइम का आंकड़ा नहीं है. प्रतिदिन दिये जा रहे आंकड़े उसी दिन के हों, यह जरुरी नहीं है. विभिन्न स्तर पर ऑडिट के बाद मौत के आंकड़े जारी किये जाने रहे हैं. छह जुलाई को पहली बार कोरोना से मौत के आंकड़े में काफी उछाल देखने को मिल. इस दिन तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 4299 थी. इसके बाद ऑडिट का हवाला देते जारी की गयी मौत की संख्या औसत 50 से 70 के बीच रोज रही है. 36 दिनों के बाद 12 अगस्त कर कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6697 हो गयी है. ऐसी स्थिति में लोग अब सवाल उठाने लगे हैं कि कोविद अस्पताल में कितने लोगों की मौत हुई है? सवाल यह भी उठ रहे हैं कि रोज किनते मौत की ऑडिट हो रही है. लोगों ने कहा कि राज्य सरकार को अपनी जनता को सही आंकड़ा बताना चाहिए. इससे लोगों को महामारी की गंभीरता का पता चलेगा. लोगों का कहना है कि राज्य सरकार को जहां मृतकों के परिवार के प्रति सहानभूति और संवेदना जतानी चाहिए, वहीं मौत पर ऑडिट कराकर वह लोगों भी भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है. साथ ही लोगों ने कहा कि मौत और जन्म किसी के हाथ में नहीं है, ऐसी स्थिति में ऑडिट का औचित्य नहीं है. सरकार को चाहिए कि वह कोरोना अस्पतालों में हुई कुल मौत की संख्या जारी करे.