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पहले दो दिन सेवायतों के परिवार को दर्शन की अनुमति
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16 से 20 पुरी की जनता को अनुमति
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शनिवार और रविवार को दर्शन के लिए नहीं खुलेगा मंदिर
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23 अगस्त से पुरी के बाहर के लोग भी कर पायेंगे दर्शन
पुरी. पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में आज से महाप्रभु के दर्शन शुरू हो गये हैं. लगभग चार महीने के बाद मंदिर आज से दर्शन के लिए खुला है. हालांकि शुरुआति दिनों में केवल सेवायतों के परिवार के सदस्यों के लिए दर्शन की छूट दी गयी है. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) द्वारा बुधवार को जारी एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, श्री मंदिर 16 अगस्त से आम जनता के प्रवेश के लिए धीरे-धीरे खोला जाएगा. इससे पहले आज और कल सेवायतों के परिवार के सदस्यों को महाप्रभु श्री जगन्नाथ के दर्शन की अनुमति दी गयी है. इसके बाद पुरी नगरपालिका क्षेत्र के निवासी 16 से 20 अगस्त तक महाप्रभु के दर्शन कर पायेंगे. इसके बाद सभी भक्तों के लिए श्रीमंदिर 23 अगस्त को खोल दिया जायेगा. दर्शन का समय सभी दिन सुबह 07:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक होगा. सेवायतों के परिवार के सदस्यों के लिए दिशानिर्देश जारी किया गया है. इसके तहत इनको मंगल आरती से रति पहड़ तक किसी भी द्वार से दर्शन की अनुमति होगी. मंदिर में प्रवेश करते समय उन्हें अपना स्वास्थ्य बीमा कार्ड, एसजेटीए द्वारा जारी किया गया कोई अन्य आईडी कार्ड, फोटो पहचान पत्र जैसे, आधार, मतदाता पहचान पत्र आदि के साथ प्रस्तुत करना आवश्यक है. सेवायत परिवार के सदस्यों के साथ किसी अन्य भक्त को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के कारण इस साल 24 मार्च से पुरी जगन्नाथ मंदिर को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था. अब संक्रमण कम होने के बाद श्रीमंदिर को खोलने का निर्णय मंदिर प्रशासन की तरफ से लिया गया है. हालांकि मंदिर खोलने से पहले मंदिर के मुख्य प्रशासक डा. किशन कुमार ने बुधवार को एसओपी जारी किया है.
इस नई एसओपी के मुताबिक पुरी के सामान्य लोगों के लिए 16 अगस्त से मंदिर को खोला जाएगा और 23 अगस्त पुरी के बाहर के सभी भक्त पुरी जाकर महाप्रभु का दर्शन कर सकेंगे. सिंहद्वार से मंदिर में प्रवेश करने एवं उत्तर द्वार से बाहर निकलने की व्यवस्था की गई है. सुबह 7 से शाम 7 बजे तक मंदिर के अन्दर जाकर भक्त महाप्रभु का दर्शन कर सकेंगे.
शटडाउन के दौरान दर्शन रहेगा बंद
साप्ताहिक (शनिवार एवं रविवार) शटडाउन के दौरान मंदिर में दर्शन बंद रहेगा. इसके अलावा यदि कोई बड़ा पर्व इस बीच होगा तो भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. मंदिर में प्रवेश करने से पहले भक्तों को हाथ धोने, सेनिटाइज करने, मास्क पहनने एवं व्यक्तिगत दुराव का अनुपालन करना होगा. भक्त मंदिर के अन्दर फल-फुल एवं धूप आदि नहीं ले जा सकेंगे. यदि कोई भक्त उक्त सामग्री बाहर से लाया होगा तो फिर उसे बाहर रखना होगा. मंदिरके अन्दर किसी भी मूर्ति को भक्तों को नहीं छूना होगा.
तम्बाकू या पान-गुटखा खाने पर प्रतिबंध
तम्बाकू या पान-गुटखा खाने पर पहले की ही तरह प्रतिबंध जारी रहेगा.ऐसा करने पर 500 रुपये का जुर्माना भरना होगा. इसके अलावा यदि कोई भक्त पोलीथीन लेकर मंदिर के अंदर प्रवेश करता है तो उसे 100 रुपये जुर्माना भरना होगा.
वृद्ध, गर्भवती महिलाएं और बच्चों को अनुमति नहीं
कोरोना महामारी के कारण 65 साल से अधिक आयु के व्यक्ति, गर्भवती महिला एवं गम्भीर शारीरिक समस्या वाले व्यक्ति को मंदिर के अन्दर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. भक्त को मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोरोना टीकाकरण के दोनों डोज की रिपोर्ट या फिर 96 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी.
परिसर में नहीं कर पायेंगे महाप्रसाद का सेवन
भक्त श्रीमंदिर परिसर में महाप्रसाद का सेवन नहीं कर पाएंगे. महाप्रसाद बाहर को ले जाकर सेवन करेंगे. भक्तों की जांच करने के लिए कियोस्क व्यवस्था की गई है. जांच के बाद ही उन्हें मंदिर के अन्दर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. भक्त सिंहद्वार देकर प्रवेश करेंगे एवं उत्तर द्वार देकर बाहर निकलेंगे.