कटक. डिपार्टमेंट आफ़ ट्रांसफ़ूयूजन मेडिसन द्वारा स्वेच्छा से सिंगल डोनर प्लेटलेट्स, रक्तदान करने वालों को सम्मानित किया गया. कोरोना महामारी के मद्देनजर इस कार्य को सीमित 84 रक्तदाताओं को ऑनलाइन सम्मानित किया गया, उसमें से पन्द्रह लोगों को बुलाकर सम्मान प्रदान किया गया. बाकी लोगों को भी इसी क्रम में सम्मानित किया जाएगा. इसमें मुख्य अतिथि प्रोफ़ेसर डॉ पंकज परिडा, विभाध्यक्ष, ट्रांसफ़ूयूजन मेडिसन एससीबी मेडिकल कॉलेज, कटक, सम्मानित अतिथि के रूप में विशिष्ट समाजसेविका एवं बीजू महिला जनता दल राज्य उपाध्यक्ष श्रीमति सम्पत्ति मोड़ा ने उपस्थित रहकर रक्तदान दाताओं को सम्मानित करते हुए उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा मैं सभी इन सभी का हृदय से साधुवाद देतीं हूं. आप सभी द्वारा किए जा रहे इस नेक कार्य के लिए आपको नमन करती हूं. एससीबी डिपार्टमेंट ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसन द्वारा यह सम्मान समारोह आयोजित किए जाने पर उनका धन्यवाद ज्ञापन करती हूं. डॉक्टर स्मिता महापात्र एसोसिएट ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन ने मंच संचालन करते हुए सभी का स्वागत करते हुए कहा सिंगल डोनर प्लेटलेट्स रक्तदान दाताओं का हम धन्यवाद करते हैं कि वे इस तरह का रक्तदान करके कई लोगों के जीवन को बचाते हैं. मुख्य अतिथि डॉ पंकज परिडा ने अपने संबोधन में सर्वप्रथम सम्पत्ति मोड़ा का आभार जताया. उन्होंने का आपने रक्तदान करने वाले लोगों को सम्मान में पूर्ण सहयोग किया, ऐसे सम्मान करने से सिंगल डोनर प्लेटलेट्स में और अधिक जागरूकता आएगी.
एडीपी क्या है, आइए जानते हैं –
हमारे शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या एक लाख से साढ़े चार लाख होनी चाहिए. अगर प्लेटलेट्स एक लाख से कम हो जाती है, तो अगर खून बहता है तो वह जल्दी बंद नहीं होगा. प्लेटलेट्स की जरूरत डेंगू, मलेरिया, ब्लड कैंसर जैसी बीमारियों में होती है. एसडीपी में एप्रेसिस मशीन के द्वारा ब्लड निकालकर उसमें से प्लेटलेट्स अलग कर लेते हैं और फिर वह ब्लड शरीर में वापस चला जाता है. ऐसा लगभग अस्सी मिनट तक चलता है. इसके लिए हाथ की नस मोटी एवं सीधी होनी चाहिए. उसी से ब्लड आता जाता है.
एसडीपी डोनर विश्वरंजन साहू ने इस कार्यक्रम को करने में पूर्ण सहयोग किया एवं उन्होंने कहा मैं डॉ पंकज, डॉ स्मिता महापात्र का धन्यवाद करता हूं, जो कि हमेशा सहयोग करते हैं. सम्पत्ति मोड़ा का हार्दिक आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने की उपस्थित रहकर स्वेच्छा ब्लड डोनर को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया है. मुख्य रूप से डोनर्स में लिंगराज बेहरा, नरोत्तम बेहरा, सम्बित कुमार, गौरी प्रसाद दास, मनोरमा राउत, विश्वजीत सेनापति, आलेख सुबुधि, नारायण रक्षित, विष्णु प्रसाद घोष को सम्मानित किया गया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ स्मिता महापात्र द्वारा किया गया.