भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के डेयरी किसानों को विशेष कोविद सहायता की घोषणा की है. इससे एक लाख डेयरी किसानों को 6,000 रुपये तक की सहायता मिली है. सहायता के लिए कुल 11 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं.
उल्लेखनीय है कि राज्य में 3700 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां और 2.63 लाख डेयरी किसान ओमफेड के माध्यम से दूध का उत्पादन कर रहे हैं. इसमें 1292 महिला सहकारी समितियां और 1, 05,000 महिला डेयरी किसान शामिल हैं.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुरुआत में ओलंपिक में भारतीय टीम की सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि हम सभी को भारतीय हॉकी टीम की उत्कृष्ट सफलता पर गर्व है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हमेशा गरीबों के साथ है और उनके हितों की रक्षा के लिए हमेशा काम कर रही है. उन्होंने कहा कि गरीब लोगों पर कोविद महामारी का बोझ कम करने के लिए राज्य सरकार ने छोटे दुकानदारों, छोटे किसानों और मिशन शक्ति की महिला सदस्यों के बैंक खातों में 2000 करोड़ रुपये से अधिक जमा किए हैं. छोटे किसानों की आय में डेयरी के योगदान पर प्रकाश डालते हुए पटनायक ने कहा कि यह न केवल उनकी आय में वृद्धि करता है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी जीवंत करता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूध महिलाओं की आय बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को विशेष रूप से बच्चों को पोषण प्रदान करने में एक बड़ी भूमिका निभाता है. इसलिए दूध उत्पादन को बढ़ाकर राज्य सरकार का लक्ष्य राज्य के पोषण स्तर को और बढ़ाना है.
पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्य में डेयरी किसानों को सब्सिडी प्रदान कर रही है. उन्होंने डेयरी किसानों से इन योजनाओं का लाभ उठाकर राज्य के दुग्ध उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने का आग्रह किया.
कार्यक्रम में भाग लेते हुए कृषि और किसान अधिकारिता, मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास मंत्री अरुण साहू ने दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं पर प्रकाश डाला.
इस अवसर पर बरगड़ विधायक देवेश आचार्य, नवरंगपुर विधायक सदाशिव प्रधानी और बडम्बा विधायक देवी प्रसाद मिश्र ने भी अपने विचार रखे.
कार्यक्रम के दौरान बरगड़, नवरंगपुर और कटक के तीन किसानों ने मुख्यमंत्री से बात की और विशेष सहायता के लिए आभार व्यक्त किया.
चर्चा में हिस्सा लेते हुए बरगड़ की सत्यबती साहू, नवरंगपुर की खोकन विश्वास और कटक की विजयलक्ष्मी स्वाईं ने कहा कि सरकार डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए पशु आहार, दवाएं, खनिज मिश्रण के रूप में विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि डेयरी फार्मिंग के कारण ही उनका आर्थिक विकास हुआ है और वे अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देकर घर बनाने में सफल हुए हैं. कार्यक्रम का संचालन मुख्यमंत्री के सचिव (5टी) वीके पांडियन ने किया.
मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास सचिव के रेघु ने स्वागत किया, जबकि निदेशक ने धन्यवाद ज्ञापित किया. इस कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र, कृषि उत्पादन आयुक्त आरके शर्मा और विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव भी शामिल हुए.