सुधाकर कुमार शाही, भुवनेश्वर
आर्थिक अपराध शाखा, भुवनेश्वर ने एक चिटफंड कंपनी के आरोपी निदेशक दिलीप कुमार जैन को गिरफ्तार कर लिया है. उस पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. यह जानकारी विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है.
बताया गया है कि आर्थिक अपराध शाखा, भुवनेश्वर ने राजस्थान के बीकानेर के आरोपी दिलीप कुमार जैन को 28 जुलाई को उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी दिलीप कुमार जैन को उसी दिन सीजेएम, बरेली के समक्ष पेश किया गया और उसे ट्रांजिट पर लाया जा रहा है. यहां उसे ओपीआईडी, कटक के माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की जायेगी.
विभागीय प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि तालचेर के लक्ष्मी नारायण महापात्र की शिकायत दर्ज करायी थी कि मेसर्स इंटर ओसीन विदेश लिमिटेड चिटफंड कंपनी के निदेशकों विभिन्न जमा योजनाओं के तहत रुपये का संग्रह बाजार से किया और परिपक्वता राशि का भुगतान नहीं किया. इसके बाद मामले की जांच में पता चला है कि मेसर्स इंटर ओसीन विदेश लिमिटेड आरओसी, कटक के साथ पंजीकृत है, जिसका पंजीकृत कार्यालय भुवनेश्वर में है और राज्य के अन्य हिस्सों में शाखा कार्यालय हैं. वर्ष 2010-13 के दौरान, मेसर्स इंटर ओसीन विदेश लिमिटेड के निदेशक और इसकी सहयोगी संस्थाएं नामत: एल्पाइन फिन कॉर्प लिमिटेड, इंटर ओसीन इंपेक्स प्रा. लिमिटेड और इंटर ओशियन रिटेल इंडिया लिमिटेड आदि ने अपने आकर्षक विज्ञापनों के माध्यम से निवेशकों को अपनी विभिन्न जमा योजनाओं के तहत पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित करके लगभग 2 करोड़ रुपये की सार्वजनिक जमा राशि को अनधिकृत रूप से एकत्र किया है. जमाकर्ताओं को उच्च ब्याज दर प्रदान करने का आश्वासन दिया गया था. इसके बाद उन्होंने जनवरी 2013 के दौरान अपने कार्यालय बंद कर दिए और मासिक रिटर्न और साथ ही निवेशकों की मूल निवेश राशि का भुगतान किए बिना फरार हो गए. इससे पहले इस मामले में दो अन्य निदेशकों सुनीता सामल और मनोरंजन राय को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें अदालत में भेज दिया गया था.
वर्तमान आरोपी दिलीप कुमार जैन उक्त कंपनियों के एक अन्य निदेशक थे. मामला दर्ज होने के बाद से ही वह फरार था और पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना ठिकाना बदल रहा था. नई दिल्ली में अभियुक्तों की मौजूदगी के संबंध में विश्वसनीय सूचना प्राप्त होने पर ईओडब्ल्यू की एक टीम 21 जुलाई को नई दिल्ली के लिए रवाना हुई. आरोपी अक्सर बीकानेर, बीकानेर से दिल्ली और दिल्ली से बरेली होते हुए गाजियाबाद आता-जाता रहता था. हालांकि आखिरकार उसे स्थानीय पुलिस की मदद से 28 जुलाई को बरेली में पकड़ लिया गया. उत्तर प्रदेश की बरेली जिला पुलिस से ओडिशा पुलिस की टीम को काफी मदद मिली. मामले की जांच जारी है.