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ओडिशा में कुल 426 लोग बीमार पाये गये
भुवनेश्वर. राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू ने कहर बरपना शुरू कर दिया है. राजधानी में कल एक नाबालिग लड़की की मौत डेंगू से होने की सूचना है. इसके साथ ही राजधानी में सोमवार तक 276 डेंगू रोगियों की पहचान की गयी है. डेंगू से पहली मौत की सूचना के बाद चिंतित भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) प्रशासन ने जांच करने के लिए मृतक के घर पर एक टीम को तैनात किया.
मीडिया से इस बात की पुष्टि करते हुए कि बीएमसी को राजधानी शहर में डेंगू से पहली मौत की सूचना मिली है, क्षेत्रीय उपायुक्त पुरंदर नंद ने कहा कि हमने पीड़ित के घर एक टीम भेजी है. यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि मृतक की जांच कहां की गयी और क्या मरीज को कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याएं थीं या नहीं. उधर, बीएमसी कमिश्नर संजय सिंह ने कहा कि उन्हें घटनाक्रम की जानकारी नहीं है. पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने स्पष्ट किया कि बीमारी के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए पहले से ही एक बड़ा अभियान चल रहा है. प्रभावित इलाकों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे हैं. सिंह ने कहा कि प्रभावित इलाकों में स्रोतों की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए विभिन्न टीमों द्वारा डोर-टू-डोर निगरानी गतिविधियां तेज कर दी गई हैं. इस बीच, जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने कहा कि इस साल जनवरी से ओडिशा में सोमवार तक डेंगू के 426 मामले सामने आए हैं. इन कुल मामलों में से 276 अकेले भुवनेश्वर से सामने आए. मिश्र ने कहा कि 30 जून से भुवनेश्वर में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. स्थिति चिंताजनक नहीं है. हालांकि रोजाना 15 से 20 मामले सामने आ रहे हैं. बीएमसी ने मच्छरों को मारने के लिए कई उपाय शुरू किए हैं. एक बार प्रकोप फैलने के बाद इसका प्रभाव एक महीने से अधिक समय तक रहता है.
मिश्र ने कहा कि डेंगू एक बीमारी है, जो एडीज मच्छर के जरिए फैलने वाले डेंगू वायरस से होती है. डॉ मिश्र ने कहा कि एक बार परजीवी भार के एक स्थान पर बढ़ जाने के बाद यह सभी नियंत्रण उपायों के बावजूद अपना जीवनचक्र पूरा होने तक बना रहेगा. नियंत्रण उपायों से नए मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सकता है, लेकिन मौजूदा मच्छरों का प्रभाव लगभग डेढ़ महीने तक बना रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर बारिश का पानी किसी जगह पर सात दिन से अधिक समय तक जमा रहता है, तो इससे मच्छरों के पनपने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि हम सभी से अनुरोध कर रहे हैं कि हर 7 दिनों में आपके घर की परिधि में जमा पानी को हटा दें.
उल्लेखनीय है कि भुवनेश्वर में डेंगू की स्थिति हर गुजरते दिन के साथ गंभीर होती जा रही है. सैलेश्री विहार और नीलाद्री विहार के कई इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इधर, शहर में डेंगू के प्रकोप के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने बीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सैलेश्री विहार इलाके में प्रदर्शन किया. भुवनेश्वर जिला भाजपा अध्यक्ष बाबू सिंह ने आरोप लगाया कि भुवनेश्वर नगर निगम अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहा. डेंगू की स्थिति मानव निर्मित है और इसके लिए पूरी तरह से बीएमसी दोषी है.