अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
भुवनेश्वर स्थित विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय की एसएन मोहंती-कीस, केंदुझर नई शाखा का भूमि-पूजन पूरे विधि-विधान से साथ संपन्न हो गया. कीस की ओर से इस नई शाखा के निर्माण के लिए 2008 में ही भूमि खरीदी जा चुकी थी. एसएन मोहंती-कीस केन्दुझर शाखा नरानपुर ग्रामपंचात के घुटुकेशरी गांव में खुल रही है, जो कुल 20 एकड़ भू-भाग पर निर्मित होगी. यहां पर आदिवासी बच्चों के निःशुल्क पठन-पाठन के साथ खेल-कूद तथा मेडिकल आदि सुविधाएं भी निःशुल्क उपलब्ध होंगी. कीस की इस नई शाखा के इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि अपनी ओर से उपलब्ध कराने की पूरी जिम्मेदारी भुवनेश्वर ने नामी खदान मालिक श्री एसएन मोहंती समूह ने स्वेच्छापूर्वक ली है. कोविद गाइडलाइंस के तहत आयोजित भूमि-पूजन समारोह को संबोधित करते हुए कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने श्री एसएन मोहंती समूह के प्रति हार्दिक आभार जताते हुए यह कहा कि ओडिशा में अबतक जितनी भी कीस की शाखाएं खुलीं हैं उनमें यह पहला यह मौका है कि ओडिशा के और खासकर एकमात्र ओड़िया भामाशाह के रुप में श्री एसएन मोहंती समूह ने कीस आदिवासी आवासीय विद्यालय केंदुझर के इन्फ्रास्ट्रक्चर समेत सभी प्रकार से शैक्षिक संसाधन आदि स्वेच्छापूर्वक उपलब्ध कराने का जिम्मा अपने हाथों में लिया है. प्रोफेसर सामंत ने यह भी बताया कि कीस केन्दुझर शाखा के खुल जाने से वहां के सभी आदिवासी बच्चों को एक तरफ निःशुल्क समस्त आवासीय सुविधाएं प्राप्त होंगी, वहीं उन्हें फ्री उत्कृष्ट शिक्षा भी मिलेगी. कीस, भुवनेश्वर ने ओडिशा के पांच जिलों में अपनी शाखाएं खोली हैं. प्रोफेसर सामंत ने यह भी बताया कि उनका व्यक्तिगत सपना है कि ओडिशा के सभी जिलों में कीस की शाखाएं खुलें, जिसके लिए वे सतत प्रयत्नशील हैं.