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मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किया उद्घाटन
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मयूरभंज के 94 गांवों में कृषि योग्य भूमि की सिंचाई होगी
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मयूरभंज और बालेश्वर जिलों में 09 लाख हेक्टेयर भूमि को मिलेगा पानी
भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सुवर्णरेखा सिंचाई परियोजना की नहर प्रणाली से पानी छोड़े जाने का उद्घाटन कल किया. इससे 15,359 हेक्टेयर खेत की सिंचाई होगी. यह जानकारी यहां जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है. इसमें कहा गया है कि इससे मयूरभंज जिले के बारिपदा, बेटानोटी, मोरडा, सुलियापड़ा और रासगोविंदपुर ब्लॉक के 94 गांवों में कृषि योग्य भूमि की सिंचाई होगी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पल मयूरभंज जिले समेत पूरे ओडिशा के लिए खुशी का पल है. मुख्यमंत्री ने बताया कि सुवर्णरेखा सिंचाई परियोजना से मयूरभंज और बालेश्वर जिलों में 1.09 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी.
पटनायक ने कहा कि मयूरभंज उनके लिए विशेष महत्व रखता है. आज मयूरभंज हर क्षेत्र में विकसित हो रहा है, चाहे वह स्वास्थ्य सेवा का विकास हो, मिशन शक्ति कार्यक्रमों के सफल कार्यान्वयन और अनुसूचित जनजातियों के विकास में हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मयूरभंज देश के गिने-चुने जिलों में पहला जिला है, जहां हर परिवार को पाइप से जलापूर्ति की गई है. मयूरभंज जिले में पाइप जलापूर्ति परियोजना पर 768 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है.
पटनायक ने सिंचाई को राज्य सरकार की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक बताते हुए कहा कि आगामी खरीफ सीजन में देव सिंचाई परियोजना से 10,000 हेक्टेयर भूमि सिंचाई के साथ उपलब्ध कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि आने वाले 2-3 वर्षों में करीब 15 सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जाएंगी. मुख्यमंत्री ने सिंचाई को अमूल्य संपत्ति बताते हुए इसके समुचित उपयोग की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा किसानों के साथ है और उनके विकास के लिए काम कर रही है. कार्यक्रम में शामिल पंचायती राज एवं पेयजल मंत्री प्रताप जेना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मयूरभंज के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं. जेना ने कहा कि 2024 जनवरी तक मयूरभंज जिले की 70,000 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा होगी. जल संसाधन मंत्री रघुनंदन दास ने सिंचाई के लिए विभाग द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला तथा कार्यक्रम का संचालन मुख्यमंत्री के सचिव (5-टी) वीके पांडियन ने किया. मयूरभंज के जिलाधिकारी ने स्वागत भाषण पढ़ा और सुवर्णरेखा सिंचाई परियोजना के मुख्य अभियंता ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया. बैठक में मुख्य सचिव सुरेश महापात्र, विकास आयुक्त पीके जेना और जल संसाधन प्रमुख सचिव अनु गर्ग भी मौजूद थे.