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लाकडाऊन में खाने के लिए इधर-उधर भटक रहे लोगों को कराया भोजन
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माइक के जरिए लोगों सतर्क रहने के लिए किया जागरूक
साभार-शेषनाथ राय
कटक. कटक रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) के जवानों ने राज्य एवं केन्द्र सरकार की तरफ से जारी किए गए दिशा निर्देश के दायरे में रहकर सेवा भाव की मिसाल पेश की है. इस लाकडाउन के दौरान अपनी ड्यूटी निभाते हुए आरपीएफ के जवानों ने भोजन के लिए इधर-उधर भटक रहे गरीब एवं असहाय लोगों को भोजन कराने के साथ रेलवे कालोनी के लोगों को लाकडाउन में घर से बाहर न निकलने तथा कोरोना वायरस के प्रति सतर्क रहने हेतु जागरूक किया. जानकारी के मुताबिक, कटक आरपीएफ के जवान रेल को सुरक्षा देने के साथ-साथ देश की आपदा के समय लोगों की सेवा में भी आगे रहते हैं, जिसका उदाहरण आज देखने को मिला है. खुद एवं अपने परिवार की जान को जोखिम में डालकर इन जवानों ने जो सेवा कार्य किया है, उसे हर वर्ग के लोगों ने सराहा है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सरकार की तरफ से ओड़िशा में सम्पूर्ण लाकडाउन कर दिया गया है. होटल, ढाबा से लेकर ठेला तक कहीं भी पका हुआ खाद्य लोगों को नहीं मिल रहा है. लोग अपनी दुकानें बाजार बंद कर घरों में पड़े हैं. इस स्थिति में प्लेटफार्म पर सोने वाले या फिर भीख मांगकर अपना दिन काटने वालों गरीब व असहाय लोगों को खाने के लाले पड़ गए हैं. ऐसे में इन असहाय व गरीब लोगों के पेट की ज्वाला बुझाने के लिए आरपीएफ के जवान आगे आए. वह भी पूरी तरह से अनुशासन में. इस दौरान इन जवानों ने यह एक-दूसरे के बीच दूरी बनाए रखने के प्रधानमंत्री के नसीहत को भी ध्यान में रखते हुए सेवा भाव की मिशाल कायम की है. इतना ही नहीं, इन जवानों ने रेलवे कालोनी एवं आस-पास के लोगों को कोरोना की भयवहता बताते हुए घर से बाहर ना निकलने के लिए भी माइक के जरिए प्रचार कर प्रेरित किया. लाकडाउन के समय लोग घरों से बाहर ना निकलने तथा सरकार के तमाम नियमों का अनुपालन करने के लिए जागरूक किया. आरपीएफ के इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार की अगुवाई में यह तमाम कार्यक्रम चलाया गया. लोगों की सेवा खास तौर पर इस आपदा के समय अपने कर्तव्य के साथ-साथ इस तरह की सामाजिक कार्य के लिए खासा उत्साह दिखाएं आरपीएफ के तमाम कर्मचारी. लाकडाउन के चलते कई गरीब व असहाय लोग खाने के लिए तरस रहे हैं, ऐसे में आरपीएफ की ओर से की जाने वाली यह पहल निश्चित तौर पर सराहनीय है.