इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
ओडिशा के लोगों को चिटफंड कंपनियों ने काफी लूटा है । अब लगता है निजी अनियंत्रित फाइनैंस कंपनियां फिर से ओडिशा में लोगों को लूट रही हैं तथा उत्पीड़न कर रही हैं। राज्य सरकार के प्रोत्साहन से ये कंपनियां ध़डल्ले से कार्य कर रही हैं। भाजपा की प्रदेश महामंत्री लेखाश्री सामंतसिंहार ने पार्टी कार्यालय में एक पत्रकार सम्मेलन में यह बात कही। इन कंपनियों के ज्यादती के शीकार हो कर आत्महत्या करने वालो के परिवार को उन्होंने 20 लाख रुपये सहायता देने की मांग की।
श्रीमती सामंतसिंहार ने कहा कि जिस ढंग से भुवनेश्वर में डेंगु बेरोकटोक फैल रहा है इसी तरह पूरे राज्य में निजी अनियंत्रित फाइनैंस कंपनियां फैल रहे हैं । राज्य सरकार का उन्हें प्रोत्साहन प्राप्त है ।वे गांवों के महिलाओं को एकत्रित कर बैठक कर रहे हैं तथा कर्ज लेने पर मजबूर कर रहे हैं । जो महिलाएं कर्ज चुकाने में नाकाम हो रहे हैं उनका उत्पीडन कर रहे हैं । उन्हें मानसिक उत्पीडन के साथ साथ उनका अपमान कर रहे हैं। इस कारण मजबूरी में पीडित लोग आत्महत्या कर रहे हैं । गत एक सप्ताह में ही पांच लोगों ने इस तरह के मामलों में आत्महत्या की है ।
उन्होंने कहा कि पहली जुलाई को बलांगीर जिले के एक वाहन चालक ताराकांत साहू ने कर्ज न चुका पाने के कारण ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर लिया था । इसी तरह 2 जुलाई को पुरी जिले के कणास प्रखंड में एक बुजुर्ग दंपत्ति ने कर्ज न चुका पाने के कारण आत्महत्या कर लिया है । फाइनैंस कंपनी के कर्मचारियों ने उनके साथ बदसलुकी व मानसिक उत्पीडन को सहन न कर पाने के कारण उन्होंने आत्महत्या की । 4 जुलाई को भद्रक जिले के दो लोगों ने आत्महत्या कर ली है । उन्होंने कहा कि इन परिवारों को राज्य सरकार 20 लाख रुपये की सहायता प्रदान करे ।