काठमांडू। संसद के बजट सत्र को सुचारु रूप से चलाने को लेकर आज हुई सर्वदलीय बैठक बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई। बजट सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चले, इस पर सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन सकी।
प्रतिनिधि सभा के स्पीकर देवराज घिमिरे ने आज प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड सहित सभी दल के शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में आगामी बजट सत्र को लेकर दलों के बीच सहमति जुटाने का आग्रह किया गया था लेकिन विपक्षी दलों ने सत्ता पक्ष के कारण सहमति नहीं हो पाने का आरोप लगाया है। प्रमुख प्रतिपक्षी दल नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेरबहादुर देउवा ने बताया कि सहकारी घोटाले की जांच को लेकर सरकार और सत्ता पक्ष के दलों की गम्भीरता नजर नहीं आई। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांग पर अभी भी अड़े हैं कि गृहमंत्री रवि लामिछाने के खिलाफ लगे सहकारी घोटाले के आरोप की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराई जाए लेकिन सत्ता पक्ष ने नहीं माना। देउवा ने कहा कि हमारी मांग पूरा नहीं होने तक संसद को नहीं चलने दिया जाएगा।
सत्ता पक्ष की तरफ से बैठक में शामिल नेकपा एमाले और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के नेताओं ने विपक्षी दल की तरफ से रखी गई मांग पर कोई सुनवाई नहीं होने की प्रतिक्रिया दी है। राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के अध्यक्ष तथा गृहमंत्री रवि लामिछाने ने स्पष्ट कहा कि व्यक्तिगत मेरे खिलाफ जांच का वो समर्थन नहीं कर सकते हैं। लामिछाने ने बताया कि समग्र में अगर सरकार सहकारी समस्या की जांच के लिए समिति बनाती है तो उसका समर्थन किया जा सकता है। इसी तरह एमाले पार्टी के प्रमुख सचेतक महेश बर्तौला ने कहा कि विपक्षी दल की मांग को पूरा करने का सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को लक्षित कर विपक्षी दल का यह अभियान कभी सफल नहीं हो सकता है।
सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष के बीच सहमति नहीं हो पाने के कारण संसद का बजट सत्र हंगामेदार होने की उम्मीद है।
साभार – हिस