Home / National / इंसाफः अमेरिका का बहुचर्चित फ्लॉयड हत्याकांड, दोषी अधिकारी को 22 साल 6 माह की सजा

इंसाफः अमेरिका का बहुचर्चित फ्लॉयड हत्याकांड, दोषी अधिकारी को 22 साल 6 माह की सजा

नई दिल्ली, अमेरिका में बहुचर्चित अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड हत्याकांड में पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन को 22 साल और छह महीने की सजा सुनाई गई है। श्वेत पुलिस अधिकारी शॉविन पर आरोप था कि उसने 46 वर्षीय फ्लॉयड की गर्दन नौ मिनट 29 सेकंड तक अपने घुटने से दबाए रखी, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में तीन अन्य पुलिस अधिकारियों को भी फ्लॉयड के नागरिक अधिकारों के हनन का दोषी पाया गया है।

मिनियापोलिस (अमेरिका) में 12 जजों की ज्यूरी ने यह फैसला सुनाया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि उन्हें यह फैसला सही लगता है। हालांकि उन्होंने जोड़ा कि उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी अभी नहीं मिली है।

घटना पिछले वर्ष 25 मई की है। अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को सिगरेट के पैकेट के लिए 20 डॉलर के नकली नोट चलाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। उसने अपनी गिरफ्तारी का विरोध किया था। वह चिल्ला रहा था कि वह क्लॉस्ट्रोफोबिक है। ऐसा व्यक्ति बंद जगहों से डर जाया करता है। उक्त घटना का वीडियो वॉयरल हो गया, जिस पर अमेरिका सहित दुनियाभर में अमेरिकी अश्वेत नागरिकों पर वहां जुर्म किए जाने के आरोप लगे थे। अमेरिका, खासकर मिनियापोलिस में इस घटना के बाद दंगे भी भड़क उठे थे।

काफी देर तक फ्लॉयड की गर्दन दबी रहने के कारण कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई थी। पिछले महीने ही इस मामले में पुलिस अधिकारी डेरेक शॉविन को दोषी पाया गया। तब उसकी जमानत भी रद्द कर दी गई थी और उसे हथकड़ियों में जकड़कर ले जाया गया था।

मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में फैसला सुनाने वाली ज्यूरी में छह श्वेत और इतने ही अश्वेत जज शामिल थे। फैसला देने के पहले भी इस मामले पर करीब 10 घंटे चर्चा हुई। ज्यूरी के सदस्यों के नाम गुप्त रखे गए हैं और ऐसा उनकी इच्छा होने तक रखा जायेगा।
साभार – हिस

Share this news

About desk

Check Also

Land Scammers POLKHOL-1 यूपी में माफियागिरी का नया रूप, लैंड स्कैमर्स सक्रिय

यूपी में माफियागिरी का नया रूप, लैंड स्कैमर्स सक्रिय

अधिकारियों की मिलीभगत से फल-फूल रहा जमीन फर्जीवाड़ा का काम फर्जी दस्तावेजों के सहारे माफियाओं …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *