उसे याद कर आज भी सिहर उठेंगे : 6 जून 1981 का वह वृतांत आज भी सुनने-पढ़ने वालों को हिला कर रख देता है। उस दिन बिहार के मानसी से सहरसा जा रही ट्रेन कोसी क्षेत्र में दुर्घटना का शिकार हो गई। उस हादसे में करीब 800 लोगों की जान चली गई थी। हादसा मानसी-सहरसा रेल खंड पर बदला घाट-धमारा घाट स्टेशन के बीच बागमती नदी पर बने पुल संख्या-51 पर हुआ था। इसी पुल से वह ट्रेन उफनती बागमती नदी में जा गिरी थी। तब 300 लोगों के मरने की खबर आयी थी। हालांकि, स्थानीय लोगों के अनुसार हादसे में 800 के करीब लोग मारे गये थे। बाद में रेलवे के दो बड़े अधिकारियों ने तो मरने वालों की संख्या 800 से 1000 के करीब बतायी थी। हाल ये थे कि कुछ लोगों के शव कई दिनों तक ट्रेन की बोगियों में फंसे रहे। इस दुर्घटना को देश के सबके बड़े रेल हादसे के रूप में याद किया जाता है। बहरहाल, उस समय जल्दी घर पहुंचने की ललक लिए ट्रेन में सवार लोगों को क्या पता था कि वे अब कभी अपनों से नहीं मिल पाएंगे।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं-
1674: छत्रपति शिवाजी महाराज का रायगढ़ के किले में राज्याभिषेक।
1916: अमेरिका के ईस्ट क्लीवलैंड में महिलाओं को वोट का अधिकार मिला।
1919: बोलशेविक के खिलाफ फिनलैंड की युद्ध की घोषणा।
1967: इजरायली सेना का गाजा पर कब्जा।
1995: पाकिस्तान में बाल अपराधियों को कोड़े मारने और फांसी की सज़ा पर रोक।
1997: बैंकॉक में भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका एवं थाईलैंड ने ‘बिस्टेक’ नामक आर्थिक सहयोग समूह बनाया।
2004: भूतपूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन का निधन।
2005: ईरान गैस पाइप लाइन योजना पर भारत और पाकिस्तान में सहमति।
साभार – हिस
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