नई दिल्ली। कोरोना की दो अलग-अलग वैक्सीन के मिश्रण के प्रयोग को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिरे से नकार दिया है। मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों में अभी कोई बदलाव नहीं किया गया है। दो टीके के मिश्रण की खुराक को अभी स्वीकारा नहीं गया है। इस पर वैज्ञानिक जब फैसला लेंगे तब सभी को जानकारी दी जाएगी। इससे पहले इस पर कुछ भी कयास लगाना सही नहीं है।
डॉ. पॉल ने बताया कि कोविशील्ड की खुराक में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह पहले की तरह दो खुराकों में ही लिया जाना है। कोविशील्ड की पहली खुराक लेने के 12 सप्ताह के बाद दूसरी खुराक ली जानी चाहिए। इसी तरह कोवैक्सीन की भी दो खुराक ली जानी चाहिए।
बच्चों में कोरोना का गंभीर असर कम
डॉ. वीके पॉल ने बताया कि अबतक के आंकड़ों के अनुसार कोरोना का बच्चों में बेहद कम असर देखने को मिला है। ज्यादातर संक्रमित बच्चे एसिम्पटोमैटिक यानि कोई लक्षण वाले नहीं पाए गए। इसके साथ सिर्फ 2-3 प्रतिशत बच्चों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि अगर लोग कोरोना से बचाव के उपायों को अपनाएंगे, तो संभावित तीसरी लहर नहीं आएगी । चूंकि यह अप्रत्याशित वायरस है, इसका स्वरूप निरंतर बदल रहा है। इसलिए इससे निपटने की पूरी तैयारी है।
साभार-हिस