नई दिल्ली। देश के 303 जिले में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं। इनमें से ज्यादा जिलों में एक्टिव मामले भी कम हो रहे हैं। मौजूदा समय में पॉजिटिविटी रेट घटकर 12.45 प्रतिशत हो गया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शनिवार को प्रेसवार्ता में बताया कि 22 राज्यों में रिकवरी के मामले यानि कोरोना के मरीजों के स्वस्थ होने की संख्या नए मामलों से अधिक है। देश के लिए यह एक सकारात्मक ट्रेंड हैं हालांकि यह अभी शुरुआती ट्रेंड है इसलिए लोगों को और सतर्कता बरतनी चाहिए।
लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 15 दिनों में 78 फीसदी मामले 10 राज्यों से आ रहे हैं। 10 हजार मामले से अधिक 7 राज्यों से दर्ज किए जा रहे हैं। 6 राज्यों में 5-10 हजार के बीच नए मामले आ रहे हैं। 6 राज्य ऐसे हैं जिसमें मृत्युदर अभी भी काफी है जिसमें महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पंजाब शामिल है।
वहीं, कुछ राज्यों में नए मामलों में कमी आ रही है। इनमें गोवा, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक शामिल है लेकिन नॉर्थ ईस्ट राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
ब्लैक फंगस की दवा एम्फोटेरिसिन बी की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है : डॉ. वीके पॉल
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने बताया कि कोरोना के बीच अब ब्लैक फंगस की बीमारी देखी जा रही है। इसके मामले बढ़ रहे हैं। इसकी दवा एम्फोटोरिसिन बी दवा की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है। इसके उत्पादन की क्षमता को बढ़ाया गया है और 5 और कंपनियों को लाइसेंस दिया जा चुका है। स्टेरॉड का गलत इस्तेमाल से लोगों को बचना चाहिए। कोरोना से संक्रमित शुगर के मरीजों को अपना शुगर लेवल की जांच करते रहना चाहिए।