Sun. Apr 13th, 2025

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना की वजह से हाहाकार मचा है। हालात इस कदर बिगड़े हुए हैं कि सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में लगातार बदइंतजामी के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला लखनऊ के गोमती नगर स्थित मेयो हॉस्पिटल का आया है। जिसमें ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से अस्पताल प्रशासन ने बाहर नोटिस चस्पा करते हुए लिखा है कि अस्पताल में ऑक्सिजन न होने के कारण मरीजों को भर्ती नही किया जाएगा। जिसकी वजह से मरीजों को वापस लौटाया जा रहा है। हालात इस कदर हो गई है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी जल्द से जल्द दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने की बात कही जा रही है। तो वहीं, राजधानी के नामी निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

नोएडा में भी ऑक्सीजन की भारी कमी

नोएडा का भी बुरा हाल है। शहर के सेक्टर-39 में बनाए गए कोविद-19 अस्पताल में पिछले एक घंटे से ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित है। जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती सैकड़ों मरीजों का बुरा हाल है। मरीज सोशल मीडिया पर यह जानकारी दे रहे हैं और जल्दी से जल्दी ऑक्सीजन की आपूर्ति बहाल करने की मांग कर रहे हैं। आपको बता दें कि मंगलवार को भी इस अस्पताल में सुबह और शाम के वक्त करीब आधा-आधा घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित रही थी। इस दौरान मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था।

नोएडा में सेक्टर-39 के अस्पताल को ग्रेटर नोएडा में ऑक्सीजन निर्माता कंपनी आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स आपूर्ति करती है। कंपनी पर इस वक्त उत्पादन से ज्यादा आपूर्ति का बोझ है। जिसके चलते बार-बार आपूर्ति बाधित हो रही है। मंगलवार को सुबह और शाम दो बार इस अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई थी। ग्रेटर नोएडा के नोएडा इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस में भी ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। जिसके बाद कंपनी और अस्पताल के कर्मियों में झगड़ा भी हुआ था। अब एक बार फिर पिछले एक घंटे से नोएडा के सेक्टर-39 अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद है। जिससे मरीजों का बुरा हाल है। यहां ज्यादातर मरीजों को ऑक्सीजन के सहारे उपचार दिया जा रहा है।

मरीजों के परिजनों से कहा- ऑक्सीजन का इंतजाम करें

कई मरीज और उनके परिजनों ने बताया है कि अस्पताल प्रशासन उनसे ऑक्सीजन का इंतजाम करने के लिए कह रहा है। परिजनों से कहा गया है कि ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। जिसके चलते उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। ऐसे में आपातकालीन परिस्थितियों के लिए अपने-अपने मरीजों को ऑक्सीजन के टैंक लाकर दें। दूसरी ओर इस मसले पर बात करने के लिए अस्पताल प्रशासन से बातचीत नहीं हो पा रही है।

गौतमबुद्ध नगर के स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले को करीब 60 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है, जबकि बमुश्किल 30 टन रोजाना मिल रही है। ऐसे में करीब 30 टन ऑक्सीजन की कमी का सामना जिले को करना पड़ रहा है। यही वजह है कि जिले के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में पिछले तीन-चार दिनों से बार-बार ऑक्सीजन खत्म होने की सूचनाएं मिल रही हैं। हालांकि, जैसे-तैसे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ऑक्सीजन का इंतजाम करने में जुटे हैं। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध रूप से बनाए रखने के लिए चार अफसरों को जिम्मेदारी भी सौंपी है।

आपको बता दें कि पूरे उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में इस समय ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही है। सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि नोएडा, प्रयागराज और वाराणसी समेत पूरे उत्तर प्रदेश के कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी हो रही है। कोविड मरीज इस समय काफी परेशान हो रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण एक दूसरे अस्पताल में इधर उधर भटक रहे हैं। वही, कुछ लोगों की स्थिति गंभीर बनती जा रही है। लखनऊ में अभी तक सैकड़ों लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो गई है।

Share this news

By desk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *