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चलेगा सेल्फी विद डॉटर व बेटियों की नेमप्लेट अभियान
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हरियाणा से चला अभियान अब पड़ोसी देश की बेटियों के चेहरे पर लाएंगे मुस्कान और दिलांएगे सम्मान
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नेपाल इंटरनेट फांउडेशन ने सेल्फी विद डॉटर फ़ाउंडेशन के साथ मिलाया हाथ
चंडीगढ़, हरियाणा में जींद जिला के छोटे से गांव बीबीपुर से सुनील जागलान के वर्ष 2015 में शुरू किए दो अभियान सेल्फी विद डॉटर और बेटियों की नेमप्लेट अब पड़ोसी देश नेपाल में न केवल बेटियों के चेहरे पर मुस्कान एवं सम्मान दिलाएगा बल्कि बेटियां ही दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए सेतु का काम करेंगी।नेपाल इंटरनेट फांउडेशन के अध्यक्ष बिक्रम श्रेष्ठा ने सेल्फी विद डॉटर फांउडेशन के साथ हाथ मिलाकर भारत के दोनों अभियानों को अपने देश में शुरू करने का फैसला किया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेल्फ़ी विद् डॉटर अभियान की तारीफ न केवल अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कर चुके हैं बल्कि प्रधानमंत्री ने अपने विदेश दौरे के दौरान भी इस अभियान का उल्लेख किया था। सेल्फी विद डॉटर फांउडेशन द्वारा चलाया गया सेल्फी विद डॉटर तथा बेटियों की नेम प्लेट अभियान को नेपाल में लागू करने वाले बिक्रम श्रेष्ठा को इस बारे में इंटरनेट के माध्यम से ही पता चला। हरियाणा के एक छोटे से गांव से शुरू हुआ अभियान जिस तरह से देश-विदेश में प्रचारित हुआ है। उसी के आधार पर उन्होंने इसे नेपाल में शुरू करने का फैसला किया है।सेल्फी विद डॉटर फांउडेशन के अध्यक्ष सुनील जागलान के अनुसार नेपाल में यह अभियान दोनों संस्थाओं द्वारा मिलकर चलाया जाएगा। बिक्रम निष्ठा ने अधिकारिक रूप से इन अभियानों के संबंध में परिपत्र सौंपकर सहमति जताई है। उन्होंने बताया कि बेटियों के नाम नेमप्लेट अभियान के तहत अब तक 15 हजार नेमप्लेट लगाई जा चुकी हैं। इकोनॉमिक सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट व अन्तरराष्ट्रीय ओईसीडी एजेंसी ने सेल्फ़ी विद डॉटर को इस देश का बेहद प्रभावशाली अभियान बताया है।जागलान ने बताया कि इस अभियान को शुरू करने के लिए जल्द ही नेपाल का दौरा किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब बेटियां न केवल दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएंगी बल्कि यह हरियाणा के लिए भी फक्र की बात होगी कि यहां के गांव से शुरू हुआ अभियान पड़ोसी देश में भी पहुंचेगा।
साभार – हिस