रांची. एनटीपीसी, पकरीबरवाडीह कोयला खनन परियोजना द्वारा परियोजना प्रभावित गाँव के स्थानीय 32 छात्रों को सामुदायिक विकाश योजना कार्यक्रम के तहत कौशल विकाश प्रशिक्षण हेतु पैरामेडिकल विज्ञान में डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए प्रायोजित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रचना सिंह भाल, जीएम (खनन ) पकरी बरवाडीह कोयला खनन परियोजना द्वारा किया गया है|
इस अवसर पर, श्री एस चक्रवर्ती, जीएम (परियोजना, पकरी बरवाडीह), जीएम (खनन, पकड़ी बरवाडीह), श्री एसके सेठ, जीएम (बादाम सीएमपी) उपस्थित थे। प्रभावित गांवों के 32 छात्र पैरामेडिकल साइंसेज के चार विषयों में पैरामेडिकल डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे “मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, एक्स-रे टेक्निशियन, ओ. टी. टेक्निशियन एवं ओपथलमिक असिस्टेंट” श्रीनिवास इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज, डेमोटैंड, हजारीबाग में यह विषय पढ़ाया जाएगा।
कोर्स की अवधि दो साल की है और एक पेशेवर कोर्स है। क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (कोयला खनन मुख्यालय ) और कार्यकारी निदेशक (पकरी बरवाडीह , चट्टी बरियातु और बादम कोयला खनन परियोजना) के मार्गदर्शन में, एनटीपीसी पकरीबरवाडीह कोयला खनन परियोजना, हजारीबाग द्वारा श्रीनिवास इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज,डेमोटंड,हजारीबाग के साथ एक समझौते के आधार पर इस 32 छात्रों को प्रायोजित किया गया है।
श्रीमती रचना सिंह भाल, जीएम (खनन) ने एक बस में बच्चों को भेजते हुए कहा कि यह कोर्स बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह मेडिकल पेशे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इससे छात्रों को कोर्स पूरा होने के बाद रोजगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। उन्होंने बच्चों को कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ पाठ्यक्रम पूरा करने की सलाह दी और उज्ज्वल भविष्य के लिए उत्साह बढ़ाया।